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ऑस्ट्रेलिया के हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ के लिए पुलिस जिम्मेदार! इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष का आरोप

ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में अकेले इस महीने 15 दिन के भीतर तीन मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. ये सभी घटनाएं खालिस्तान समर्थकों ने की हैं. वे मंदिर की दीवारों पर भारत के खिलाफ नारे भी लिख रहे हैं. साथ ही भिंडरावाले को शहीद बता रहे हैं. उधर मंदिर पर बढ़ते हमलों के लिए इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष ने पुलिस को जिम्मेदार बताया है.

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मेलबर्न में 22 जनवरी की रात हिंदू मंदिर पर हुआ था हमला (फाइल फोटो)
मेलबर्न में 22 जनवरी की रात हिंदू मंदिर पर हुआ था हमला (फाइल फोटो)

ऑस्ट्रेलिया में हिंदू मंदिरों पर हमलों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. पिछले 15 दिनों में 3 मंदिरों में तोड़फोड़ की गई. इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमले पर कहा कि अगर पुलिस तुरंत कदम उठाती तो ऐसा नहीं होता. पुलिस को दोषियों को गिरफ्तार करना चाहिए. खालिस्तानी समर्थकों ने 12 जनवरी को मेलबर्न की BAPS स्वामिनारायण मंदिर पर हमला किया था. वहीं इसके पांच दिन बाद ही 17 जनवरी को कुछ असमाजिक तत्वों ने श्री शिवा विष्णु मंदिर पर हमला किया था.

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ऑस्ट्रेलिया में मेलबर्न के अलबर्ट पार्क में 22 जनवरी की रात इस्कॉन मंदिर खालिस्तानी समर्थकों ने मंदिर में ना सिर्फ तोड़फोड़ की थी बल्कि मंदिर की दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद और हिंदुस्तान मुर्दाबाद भी लिख दिया था. वहीं दीवार पर भिंडरावाले को भी शहीद लिखा गया. 

भारत में ऑस्ट्रेलिया उच्चायुक्त बेरी ओ फेरेल ने मंदिरों में तोड़फोड़ पर कहा कि वे इस मामले को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलिया किसी भी तरह की हेट स्पीच या हिंसा बर्दाश्त नहीं करता है. ऑस्ट्रेलिया सरकार इस मामले की जांच कर रही है.

मेलबर्न मंदिर के पुजारी अर्जुन सखा दास ने कहा कि 22 जनवरी की रात करीब सवा चार बजे एक दूसरे पुजारी ने उन्हें जानकारी दी कि कुछ लोगों ने मंदिर में तोड़फोड़ की है और दीवारों पर भारत के खिलाफ स्लोगन लिख दिए गए हैं.  

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पुजारी अर्जुन दास ने बताया कि, दूसरे पुजारी के लिए यह बहुत डरावना था, क्योंकि वही सबसे पहले थे, जिन्होंने हमले के बाद का मंजर देखा था. अर्जुन दास ने आगे कहा कि वह पुजारी मंदिर से बाहर रहते हैं, इसलिए बाहर से आते समय ही उन्होंने सब देख लिया. 

पुजारी अर्जुन दास ने आगे बताया कि खालिस्तानी समर्थकों ने मंदिर के सिर्फ बाहरी हिस्से को ही नुकसान पहुंचाया गया है. मंदिर का अंदर का हिस्सा पूरी तरह सुरक्षित है.

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