शेर तो शेर ही होता है चाहे वह पिंजरे में बंद ही क्यों न हो. ऑस्ट्रेलिया के एक निवासी ने यह सीख लिया. हुआ कुछ यूं. मेलबर्न के निवासी 49 वर्षीय पॉल गाउडी थाईलैंड में फुकेट के टाइगर पार्क में गए जिसे टाइगर किंगडम कहा जाता है. वहां उन्होंने एक बड़े शेर के साथ खेलने की इच्छा जताई. उसके बाद जो हुआ वह उन्हें जिंदगी भर याद रहेगा.
बताया जाता है कि वह एक शेर के पिंजरे में गए और उसके बाद लोगों ने उनकी चीख सुनी. शेर ने उन पर हमला कर दिया था. उनके पेट और टांगों में शेर ने अपने दांत गड़ा दिए. बाद में उन्हें पार्क के स्टाफ ने निकाल लिया. उन्हें फुकेट के एक अस्पताल में दाखिल कराया गया जहां उनका इलाज चल रहा है. लंदन के अखबार टेलीग्राफ ने यह खबर दी है.
टाइगर किंगडम शेरों का जू है. यहां दुनिया भर से टूरिस्ट आते हैं. उन्हें 70 डॉलर देना होता है. इसके बाद उनसे एक शपथ पत्र लिया जाता है जिसमें उन्हें किसी तरह की घटना होने पर पार्क की जिम्मेदारी न होने के बारे में हस्ताक्षर करना होता है. 70 डॉलर देकर टूरिस्ट शेरों के पिंजरे में जा सकते हैं. लेकिन उसके पहले उन्हें जूते उतारने पड़ते हैं और हाथ धोना पड़ता है. वे उनके साथ फोटो खिंचवा सकते हैं.
लेकिन शेरों के पिंजरों में कई बार घटनाएं हो चुकी हैं. पिछले साल एक 19 वर्षीय ब्रिटिश छात्रा को एक बड़े शेर ने पटक दिया था और उसकी एक जांघ को चीर दिया था. उसके पहले थाइलैंड के पटाया के टाइगर पार्क में एक थाई महिला को एक शेर ने नोच डाला था. 2009 में न्यूजीलैंड की एक महिला ने एक शेर का सिर सहलाने की कोशिश की. नतीजे के तौर पर शेर ने उसपर हमला ही कर दिया और उसे अस्पताल में दाखिल कराना पड़ा.