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ऑस्ट्रेलियाई पीएम को भरोसा आवाज लापता विमान के ही संकेत

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबोट ने कहा कि लापता मलेशियाई विमान की तलाश ब्लैक बॉक्स पर केेंद्रित है जबकि उड़ान संख्या एमएच370 की खोज में लगे अधिकारियों ने कहा है कि इसमें कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है.

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ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबोट
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबोट

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबोट ने कहा कि लापता मलेशियाई विमान की तलाश ब्लैक बॉक्स पर केेंद्रित है जबकि उड़ान संख्या एमएच370 की खोज में लगे अधिकारियों ने कहा है कि इसमें कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है. एबोट ने कहा कि खोजकर्ताओं को लापता विमान के ब्लैक बाक्स की स्थिति का पक्का भरोसा है और उन्होंने हाल में पता चले श्रृंखलाबद्ध संकेतों के आधार पर खोज वाले क्षेत्र का दायरा छोटा कर लिया है.

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शुक्रवार को बीजिंग पहुंचे एबोट ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की और उन्हें लापता विमान की खोज के लिए ऑस्ट्रेलिया नीत कई देशों वाले खोज अभियान के बारे मेंं जानकारी दी.

एबोट ने शी से कहा कि उन्हें ब्लैक बाक्स का तगड़े सिग्नल मिलने का उच्च स्तर का भरोसा है लेकिन उसका पता लगाने की प्रक्रिया बहुत बड़ी चुनौती है तथा यह एक लंबी, धीमी और श्रमसाध्य प्रक्रिया है.

एबोट ने शी को बताया कि एक ब्लैक बाक्स से निकलने वाले विशेष तरह के सिग्नल की पहचान की गई है तथा खोज का क्षेत्र दक्षिणी हिंद महासागर में कुछ किलोमीटर के क्षेत्र में सीमित हो गई है. उन्होंने कहा, हमें भरोसा है कि हमें ब्लैक बाक्स रिकार्डर की स्थिति कुछ किलोमीटर में स्थित है. यद्यपि खोज का समन्वय करने वाली एजेंसी के प्रमुख ने पर्थ में यह कहकर निराश किया कि अभी तक कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी है. खोज अभियान का नेतृत्व करने वाली ज्वाइंट एजेंसी कोआर्डिनेशन सेेंटर (जेएसीसी) के प्रमुख अवकाशप्राप्त एयर चीफ मार्शल एंगुस ह्युस्टन ने कहा, मेरे पास उपलब्ध सूचना के अनुसार एमएच370 की खोज में अभी तक कोई बड़ी सफलता प्राप्त नहीं हुई है.

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ह्युस्टन ने कहा, मुझे जैसे ही कोई नयी सूचना प्राप्त होगी मैं उसे आगे उपलब्ध कराउंगा. लापता विमान की खोज अभियान में 15 विमान और 13 पोत लगाये गए. इससे एक दिन पहले ही ऑस्ट्रेलियाई एपी..3सी ओरियन विमान ने एक और संकेत पकड़ा था.

एबोट ने कहा कि लापता विमान का मामला हमारे समय का सबसे बड़े रहस्यों में से एक है और यह मानव इतिहास में सबसे कठिन खोज है. उन्होंने कहा, यद्यपि दुखद घटना के बीच एक आशा है. उड्डयन और सुरक्षा अधिकारी अभी भी चकरा रहा है क्योंकि वे उच्च प्रौद्योगिकी वाला रडार तथा अन्य उपकरण तैनात करके 35 दिनों तक खोज के बावजूद विमान का अभी तक पता नहीं लगा पाए हैं.

एबोट ने कहा, इसके बावजूद हम उस स्थान पर पहुंच रहे हैं जहां से हमें भरोसा है कि ब्लैक बाक्स के सिग्नल मिले हैं जो कि अब कमजोर हो रहा है. हमें आशा है कि हम सिग्नल समाप्त होने से पहले अधिक से अधिक सूचना जुटा लेंगे. एबोट ने चीन के उन यात्रियों की मदद की भी पेशकश की जो कि अपने प्रियजनों के लिए दुखी हैं. इस बीच चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेई ने लापता विमान की खोज में आस्ट्रेलिया के प्रयासों की प्रशंसा की.

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गौरतलब है कि बीजिंग जाने वाले मलेशियाई एयरलाइंस की उड़ान संख्या एमएच370 कुआलालंपुर से उड़ान भरने के बाद गत आठ मार्च को रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. विमान में कुल 239 यात्री थे जिनमें पांच भारतीय, एक भारतीय मूल का कनाडाई और 154 चीनी नागरिक सवार थे.

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