बलूचिस्तान को अलग करने की मांग करने वाले असलम बलोच की कंधार में हुए आत्मघाती हमले में मौत हो गई है. बुधवार को अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय ने बताया कि सोमवार को कंधार शहर के Aino Mina Township में एक आत्मघाती हमलावर ने एक सिविलियन व्हीकल को निशाना बनाया, जिसमें 6 नागरिकों की मौत हो गई.
अफगानिस्तान की समाचार एजेंसी तोलो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कंधार हमले में मारे गए लोगों में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के नेता असलम बलोच भी शामिल हैं. हालांकि, अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है. पाकिस्तान मीडिया ने बलोच नेता असलम को कराची स्थित चीनी वाणिज्यदूतावास पर हमले का मास्टरमाइंड बताया है.
वहीं, अफगानिस्तान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नजीब दनिश ने कहा कि Aino Mina Township में हुए आत्मघाती हमले में कई नागरिकों की मौत हो गई है. फिलहाल 6 लोगों के मारे जाने की है. इसके अलावा दो लोग घायल भी हुए हैं.
उन्होंने कहा कि इस आत्मघाती हमले में कई बलोच नागरिक भी मारे गए हैं. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक असलम बलोच पाकिस्तानी पोर्ट सिटी कराची स्थित चाइनीज दूतावास पर हमले का मास्टरमाइंड था. अफगानिस्तान के राजनीतिक एक्सपर्ट बलोचों को प्रवासी बताते हैं. राजनीतिक कमेंटेटर अजमल बलोचजादा का कहना है कि जब से अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच खुफिया जानकारी शेयर करने का करार हुआ है, तब से पाकिस्तान अफगानिस्तान पर अलगाववादियों के दमन के लिए दबाव डाल रहा है. वैसे भी बलोच पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के निशाने पर पहले से ही हैं. बलोच अलगाववादी नेता असलम बलोच साल 2005 से अफगानिस्तान के कंधार प्रांत में रह रहा था.
पॉलिटिकल एक्सपर्ट डावर नादी का कहना है कि बलोच बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना उनको आजाद नहीं करना चाहती है, क्योंकि अगर बलोचों को आजादी मिली, तो पाकिस्तान के भूभाग का 60 से 70 फीसदी हिस्सा अलग हो जाएगा. असलम बलोच पाकिस्तानी सरकार के सबसे बड़े आलोचक थे. इससे पहले वो पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष में जख्म हो गए थे.