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पाकिस्तान के निर्वासित बलूच पत्रकार साजिद हुसैन की स्वीडन में मौत, दो मार्च से थे लापता

बलूचिस्तान टाइम्स के एडीटर इन चीफ साजिद हुसैन का शव स्वीडन में मिला है. पुलिस ने इसकी पुष्टि की है. स्वीडिश पुलिस ने साजिद हुसैन के परिजनों को उनकी मौत की सूचना दे दी है. दो मार्च से साजिद हुसैन लापता थे.

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निर्वासित पाकिस्तानी पत्रकार साजिद हुसैन (फाइल फोटो-ANI)
निर्वासित पाकिस्तानी पत्रकार साजिद हुसैन (फाइल फोटो-ANI)

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  • 2 मार्च से ही लापता था साजिद हुसैन
  • बलूच समस्या पर लगातार लिखते थे
पाकिस्तान के निर्वासित बलूच पत्रकार साजिद हुसैन शव बरामद हो गया है. बलूचिस्तान में पाकिस्ताना की ओर से किए जा रहे मानवाधिकार उल्लंघनों पर बेबाकी से लिखने वाले साजिद हुसैन कई दिनों से लापता थे. गुरुवार को उनका शव स्वीडन में बरामद हुआ है. साजिद हुसैन 2 मार्च से ही लापता थे. स्वीडन पुलिस ने यह जानकारी दी है. उनके परिजनों को भी इस संबंध में सूचना दे दी गई है.

बलूचिस्तान के रहने वाले साजिद हुसैन, स्टॉकहोम से लगभग 60 किलोमीटर उत्तर में उप्साला में एक प्रोफेसर के तौर पर अंशकालिक सेवाएं दे रहे थे. 2 मार्च ही वे लापता थे. साजिद हुसैन बलूचिस्तान टाइम्स के मुख्य संपादक भी थे. साजिद हुसैन ने एक ऑनलाइन मैगजीन शुरू की थी जिसमें वे नशा, तस्करी और जबरन लापता करने जैसे अपराधों और बलूचों के उत्पीड़न जैसे मुद्दों पर प्रमुखता से लिखते थे.

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समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक उनके विरसा रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि उनकी मौत की वजह सामान्य नहीं है. पुलिस का कहना है कि साजिद हुसैन की मौत की वजह आत्महत्या या दुर्घटना भी हो सकती है. साजिद हुसैन बलूचों के उत्पीड़न और पाकिस्तान सरकार की ओर से किए जा रहे दमन पर लिखते थे.

2012 में छोड़ा था पाकिस्तान

साजिद हुसैन साल 2017 में स्वीडन आए थे, वहीं 2019 में उन्हें राजनीतिक शरण मिली थी. साजिद हुसैन की उम्र 39 साल की थी. साल 2012 में उन्होंने पाकिस्तान छोड़ दिया था. स्वीडन में रिफ्यूजी के तौर वे रह रहे थे. साजिद ने पाकिस्तान इसलिए छोड़ा था क्योंकि वहां उनकी सुरक्षा पर लगातार खतरा बना हुआ था. वह पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के निशाने पर थे.

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पाकिस्तानी सेना बलूचिस्तान के लोगों को लगातार निशाना बनाती रहती है, साथ ही पत्रकारों की आवाज का दमन करती है. बलूचिस्तान टाइम्स ने अपने संपादकीय में छापा है कि वे स्वीडिश शहर उप्साला से 2 मार्च से ही लापता थे. पुलिस ने 3 मार्च को रिपोर्ट लिख ली थी. गुरुवार को उनका शव बरामद हुआ है.

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(एजेंसी इनपुट के साथ)

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