ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की काउंटर टेररिज्म एंड ट्रांसनेशनल क्राइम (CTTC) यूनिट ने धर्मनिरपेक्ष ऑनलाइन कार्यकर्ता और ब्लॉगर नाजि़मुद्दीन समद की हत्या के मामले में प्रतिबंधित संगठन अंसार-अल-इस्लाम के 9 आतंकवादियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. इसमें बर्खास्त सेना अधिकारी और अंसार अल का प्रमुख सैयद जियाउल हक भी शामिल है.
जगन्नाथ विश्वविद्यालय में कानून के छात्र और कार्यकर्ता समद की हत्या 6 अप्रैल, 2016 को लक्ष्मीबाजार के एकरामपुर चौराहे पर तब हुई थी, जब वह क्लास के बाद वापस हॉस्टल जा रहा था.
पुलिस ने बताया कि पांच आतंकवादियों ने नाजिम की चाकू घोंपकर मौत के घाट उतार दिया था, उन्होंने अपना आरोप कोर्ट के सामने स्वीकार भी किया. नाजिम को मारने के बाद आतंकवादी दो मोटरसाइकिलों पर सवार हो कर भाग गए थे, घटना को लेकर सुत्रपुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था.
प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन और अल-कायदा समर्थक आतंकी समूह अंसार अल-इस्लाम ने बांग्लादेश में विज्ञान-कथा लेखक और दार्शनिक अभिजीत रॉय, अभिजीत के बचपन के दोस्त और प्रकाशक अहमद रशीद तुतुल, प्रकाशन कंपनी 'शुद्धेश्वर' के मालिक समेत नौ लोगों की हत्या कर दी थी.
वहीं 25 अप्रैल, 2016 को प्रतिबंधित समूह के आतंकवादियों ने यूएसएआईडी के अधिकारी और मानवाधिकार कार्यकर्ता जुलहाज मन्नान और उसके दोस्त महबूब रब्बी टोनॉय की भी हत्या कर दी थी.
भगोड़ों में रशीद उन नबी, मोजामेल हुसैन सिमोन, अराफात रहमान और मो. शेख अब्दुल्ला शामिल हैं, इनमें से मोजामेल हुसैन सिमोन और अराफात रहमान अभिजीत रॉय की हत्या के भी आरोपी हैं.
पांच भगोड़े सैयद मोहम्मद जियाउल हक उर्फ मेजर जिया (बर्खास्त), मो. वली उल्लाह उर्फ ओली, सब्बीरुल हक चौधरी उर्फ कोनिक, मौलाना जुनैद अहमद उर्फ जुनैद और अकरम हुसैन हैं. चार्जशीट के अनुसार, प्रतिबंधित संगठन के चार सदस्यों को अब तक गिरफ्तार किया गया है, जबकि बर्खास्त सेना अधिकारी जिया सहित पांच अन्य फरार चल रहे हैं.