बांग्लादेश ने युद्ध अपराध के लिए जमात ए इस्लामी के शीर्ष नेता मुहम्मद कमरूज्जमां को फांसी दे दी है. पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश के 1971 के 'मुक्ति संग्राम' के दौरान नरसंहार और युद्ध अपराध के दोषी कमरूज्जमां को स्थानीय समयानुसार शनिवार रात 10.01 बजे फांसी दी गई.
साल 1971 में युद्ध अपराध के लिए कादर मुल्ला को फांसी पर चढ़ाए जाने के बाद कमरूज्जमां सजा पाने वाले दूसरे जमात नेता हैं. जेल के महानिरीक्षक सैयद इफ्तेखारुद्दीन ने बताया, 'जमात ए इस्लामी पार्टी के तीसरे सबसे प्रभावशाली नेता कमरूज्जमां की मौत की सजा पर देर रात में अमल किया गया. पहले अंतिम समय उसकी सजा स्थगित कर दी गई थी. फांसी देने की पूरी प्रक्रिया रात में 10:30 बजे के करीब पूरी हुई.'
बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेंद्र कुमार सिन्हा की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय पीठ ने छह अप्रैल को कमरूज्जमां पर साबित हुए दोषों पर पुनर्विचार की याचिका खारिज की थी. कोर्ट के फैसले के बाद उसने राष्ट्रपति के सामने दया याचिका पेश नहीं करने का फैसला किया था.
बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने मई 2013 में साल 1971 में 'मुक्ति संग्राम' के दौरान मानवता के खिलाफ अपराध के लिए कमरूज्जमां को मौत की सजा सुनाई थी.
भाषा से इनपुट