अलकायदा से जुड़े समूह ने बांग्लादेश में ब्लॉगर निलॉय नील की हत्या की जिम्मेदारी ली है. बांग्लादेश में एक के बाद एक ब्लॉगर्स की हत्याओं के मामले सामने आए हैं. bdnews24.com की खबर के मुताबिक, एक्टिविस्ट और ब्लॉगर निलॉय नील की शुक्रवार शाम ढाका स्थित उनके घर में हत्या कर दी गई. उन पर धारदार हथियार से वार किए गए. पड़ोसी मुल्क में अवजित रॉय के कत्ल से लेकर इस साल की यह ऐसी चौथी घटना है.
बांग्लादेश ब्लॉग एंड एक्टिविस्ट नेटवर्क के प्रमुख ने बताया, 'वे (हत्यारे) पांचवे फ्लोर पर उसके कमरे में घुसे और निलॉय के दोस्त को धक्का देकर साइड कर दिया. फिर उन्होंने नील की हत्या कर दी. वह पहले से इस्लामिक आतंकवादियों के निशाने पर था .'
ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक नील का असली नाम निलॉय चौधरी था, लेकिन ब्लॉगिंग की दुनिया में वह अपना नाम निलॉय नील लिखते थे. नील 1971 के युद्ध अपराधियों के लिए फांसी की सजा के पक्ष में लिखा करते थे.
निलॉय नील के फेसबुक पेज से पता चलता है कि वह ढाका से थे, लेकिन कोलकाता में रहते थे. क्या बाद में वह ढाका शिफ्ट हो गए या वहां कुछ दिनों के लिए ही गए थे, यह अभी साफ नहीं हो पाया है. फेसबुक पर जानने वाले लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.