बांग्लादेश के अलग-अलग हिस्से इस वक्त हिंसा की आग में झुलस रहे हैं. इसमें पहले दुर्गा पूजा पंडाल, फिर मंदिर और अब हिंदुओं के घरों को निशाना (Bangladesh hindu attack) बनाया जा रहा है. इस हिंसा की शुरुआत एक अफवाह से हुई, जिसके बाद अबतक 6 लोगों की जान जा चुकी है, सैंकड़ों घायल हो चुके हैं. वहीं रंगपुर में 29 से ज्यादा हिंदुओं के घर जलाए जा चुके हैं, वहीं 66 में तोड़फोड़ हुई है.
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ इस दंगे की शुरुआत 13 अक्टूबर को कोमिल्ला जिले से हुई. कोमिल्ला जिले के एक दुर्गा पंडाल के बारे में सोशल मीडिया पर अफवाह उड़ी कि वहां कुरान को रखा गया है और उसका अपमान किया गया है. इसके बाद पहले दुर्गा पंडालों को निशाना बनाया गया.
हुई कई गिरफ्तारियां
इस बीच रंगपुर से एक हिंदू युवक ने कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोई पोस्ट कर दी, जिसके बाद रंगपुर तक हिंसा फैल गई. फिर हिंसा की आग मंदिर और हिंदुओं के घरों तक पहुंच गई. फेसबुक पोस्ट करने वाले हिंदू शख्स को सोमवार को हिरासत में ले लिया गया था. इसके बाद रंगपुर में हिंदुओं के घर जलाने वाले 45 आरोपियों की भी गिरफ्तारी हुई.
कोमिल्ला के बाद ढाका, रंगपुर आदि में हिंदुओं पर हमला हुए. अबतक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं सैंकड़ों घायल हैं. जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश में अबतक हिंदुओं के 66 घरों में तोड़फोड़ हुई है. रंगपुर में 25 घरों को जला दिया गया है. बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर पर भी हमला हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई अन्य लोग घायल हो गए थे.
पीड़ित हिंदू परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है. उनका कहना है कि घरों पर धावा बोला गया, चुन-चुनकर जलाया गया और लूटपाट भी की गई. एक महिला ने कहा कि उसके गहने, कीमती सामान, जानवर तक लूट लिए गए. वहीं बाकी सामान खाक हो गया.
बांग्लादेश हिंसा पर यूएन और अमेरिका ने जताई चिंता
अमेरिका ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय के लोगों पर हाल में हुए हमलों की घटनाओं की निंदा की है. वहीं बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर मिया सेप्पो ने भी इसपर दुख जताया. उन्होंने बांग्लादेश सरकार सोशल मीडिया पर चल रहे हेट मैसेज पर भी लगाम लगाने की गुहार लगाई.