बांग्लादेश के सूचना एवं प्रसारण मंत्री हसन उल हक इनु ने ढाका में हुए आतंकी हमले पर कहा कि आईएसआई के पूर्व में जमात-ए-इस्लामी के आर्म कैडर के साथ संबंध रहे हैं. हाल ही में अंडर कवर के रूप में पाक दूतावास में काम कर रहे कई राजनयिकों को देश के बाहर किया गया था, क्योंकि वे आर्म्स के नेटवर्क से जुड़े हुए थे.
उन्होंने कहा कि हमले में जो लड़के मारे गए, दोनों के बीच कनेक्शन अभी तक पता नहीं चल पाया है. हक ने कहा, 'ढाका हमला घरेलू आतंकियों ने किया है और वे चुनी हुई सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं. यह धर्म या लोगों पर हमला नहीं था, बल्कि सरकार पर हमला था.'
तारिषी की मौत पर दुख
हक ने भारतीय लड़की तारिषी की हत्या पर दुख जताते हुए कहा कि हम सोमवार को आर्मी स्टेडियम में उन्हें राष्ट्रीय सम्मान देंगे और उनके शरीर को भारतीय समुदाय को सौंपेंगे.
Sad about Tarishi's death. We will show national respect to her in army stadium tomm and hand over her body to Indian authority: Hasanul Haq
— ANI (@ANI_news) July 3, 2016
सूचना प्रसारण मंत्री ने कहा कि बीते तीन साल में ब्लॉगर्स, लेखकों, मस्जिदों के इमामों, हिंदू पुजारियों, बौद्ध संतों पर हमला हुआ है. हम पर 20 से ज्यादा हमले हुए हैं. 60 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए हैं.
ISI did have connections with the Jamaat-e-Islami arm cadres in the past: Bangladesh I&B minister Hasanul Haq Inu pic.twitter.com/2GjhMqBPHM
— ANI (@ANI_news) July 3, 2016
घर में पनप रहा आतंक
हमले में आईएसआईएस का हाथ होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह घर में पनप रहे आतंकवाद की वजह से हुआ है. वे संगठनात्मक तौर पर किसी इंटरनेशनल नेटवर्क से नहीं जुड़े हुए हैं.’ हक ने कहा, '70-80 के दशक में पाकिस्तानी नेटवर्क सीमापार आतंकवाद और दूसरी चीजों में बेहद ऐक्टिव था.'