नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार गुरुवार, 8 अगस्त को शपथ लेगी. स्थानीय समयानुसार रात 8 बजे शपथग्रहण होगा. यूनुस अंतरिम सरकार का नेतृत्व संभालने के लिए पेरिस से गुरुवार को ही ढाका लौट रहे हैं. आर्मी चीफ ने बताया कि वह 2 बजे तक ढाका लौटेंगे और इसके बाद रात में शपथग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा.
देश में चल रही राजनीतिक अशांति और विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अंतरिम सरकार का गठन किया जा रहा है. ग्रामीण बैंक के संस्थापक और मशहूर सोशल एक्टिविस्ट यूनुस अंतरिम सरकार का नेतृत्व करेंगे. विशेष रूप से, बांग्लादेश की एक अदालत ने कार्यभार संभालने से ठीक एक दिन पहले श्रम कानून उल्लंघन मामले में यूनुस की पिछली सजा को भी पलट दिया है.
ढाका लौटने से पहले क्या बोले यूनुस?
मोहम्मद यूनुस बुधवार को ढाका जाने के लिए चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे पर पहुंचे है. यहां मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "हां, मैं घर वापस जाने और यह देखने के लिए उत्सुक हूं कि वहां क्या हो रहा है और हम जिस मुसीबत में फंसे हैं, उससे बाहर निकलने के लिए खुद को कैसे व्यवस्थित कर सकते हैं."
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मुहम्मद यूनुस को 6 महीने की सजा सुनाई गई थी
यूनुस को अपनी एक कंपनी ग्रामीण टेलीकॉम के कर्मचारियों के लिए वेलफेयर फंड बनाने में विफल रहने के लिए जनवरी में 6 महीने जेल की सजा सुनाई गई थी. हालांकि, अब अदालत ने उनके पक्ष में फैसला सुनाया है, जिससे उनके लिए अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने का रास्ता साफ हो गया है. अंतरिम सरकार के आकार के बारे में पूछे जाने पर बांग्लादेश के आर्मी चीफ ने कहा, "मेरा मानना है कि शुरुआत में इसमें करीब 15 सदस्य हो सकते हैं. हालांकि, इसमें एक या दो और लोग जोड़े जा सकते हैं."
शेख हसीना ने इस्तीफा दिया, देश छोड़ा
बांग्लादेश के सैन्य प्रमुख ने अंतरिम सरकार के गठन और शपथ ग्रहण समारोह की तारीख और समय का ऐलान किया है. यह घटनाक्रम देश में चल रहे राजनीतिक संकट और विरोध प्रदर्शनों के बीच हुआ है, जहां प्रदर्शनकारियों के उग्र होने के बाद शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा. वह फिलहाल भारत में हैं और माना जा रहा है कि किसी यूरोपीय देश या फिर ब्रिटेन में शरण लेंगी.
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खालिदा जिया को भी मिली रिहाई
शेख हसीना की सबसे बड़ी विरोधी खालिदा जिया को भी रिहा कर दिया गया है. रिहाई के बाद उन्होंने देश के लोगों का धन्यवाद दिया, जिन्होंने शेख हसीना को सत्ते से बेदखल किया और अपने खून बहाए. खालिदा जिया ने अपील की है कि बांग्लादेश को एक लोकतांत्रिक देश बनाने के लिए प्यार और शांति स्थापित करने की जरूरत है. शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान उन्हें भ्रष्टाचार के केस में 17 साल जेल की सजा सुनाई गई थी.