बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने आज से भारत के त्रिपुरा सीमा तक लॉन्ग मार्च शुरू किया है. इस लॉन्ग मार्च को 'ढाका से अखौरा लॉन्ग मार्च' नाम दिया गया है. पार्टी का मार्च सुबह 9 बजे ढाका के नया पल्टन स्थित पार्टी मुख्यालय में शुरू हुआ, जिसके बाद बीएनपी नेताओं ने एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया.
बीएनपी के वरिष्ठ संयुक्त महासचिव रूहुल कबीर रिजवी ने मार्च का उद्घाटन किया. पार्टी के मुताबिक, हाल ही में त्रिपुरा के अगरतला में बांग्लादेश दूतावास पर हमले के खिलाफ इस लॉन्ग मार्च का आयोजन किया गया है. इस दौरान रुहुल कबीर रिज़वी ने आज फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत और ममता बनर्जी पर निशाना साधा.
'अगर चटगांव पर कब्जा हुआ, तो...'
रिज़वी ने कहा, "अगर आप लोग चटगांव पर कब्जा करेंगे, तो हम भी बिहार और उड़ीसा मांगेंगे क्योंकि हमारे नवाब सिराजुद्दौला का ये सब था. इसके अलावा रिज़वी ने आरोप लगाया कि शेख हसीना ने फ्री में कई कॉन्ट्रैक्ट भारत को दिए थे, साथ ही हमें अडानी की बिजली औसत से ज्यादा कीमत में हमें दी गई.
रिज़वी ने आरोप लगाया, "ममता बनर्जी तीस्ता योजना को कामयाब नही होने दे रही हैं. पहले मुझे लगा था कि ममता बनर्जी अच्छी नेता हैं लेकिन अब ममता बनर्जी के बयानों से साफ है कि मोदी और ममता एक ही सिक्के के दो पहलू हैं."
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BNP ने किया था भारतविरोधी प्रोटेस्ट
पिछले दिनों ढाका में BNP कार्यकर्ताओं ने इंडियन हाई कमीशन के सामने विरोध प्रदर्शन किया था. दरअसल, त्रिपुरा में बांग्लादेश सहायक उच्चायोग पर हुए हमलों के विरोध में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के तीन संगठन के हजारों समर्थकों ने ढाका में भारतीय उच्चायोग की ओर मार्च किया. इसमें BNP के तीन संगठन- छात्र शाखा जातीयतावादी छात्र दल (JCD), युवा शाखा जातीयतावादी जुबो दल (JJD) और स्वयंसेवी शाखा जातीयतावादी शेखसेबक दल (JSD) शामिल हुए.
जानकारी के मुताबिक, तीनों संगठनों के कार्यकर्ता राजधानी ढाका के नया पल्टन इलाके में बीएनपी के हेडक्वार्टर के सामने इकट्ठा हुए, प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं. ये विरोध प्रदर्शन भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री के ढाका दौरे से एक दिन पहले हुआ था.