बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इस बीच पड़ोसी मुल्क में भारतीय सामानों का भी बहिष्कार का ऐलान किया गया है. इस क्रम में बांग्लादेश में भारतीय चादरों को आग के हवाले किया गया. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेता रुहुल कबीर रिज़वी, जिन्होंने पहले अपनी पत्नी की भारतीय साड़ी जलाई थी, ने अब जयपुर टेक्सटाइल की बेडशीट को जलाया और भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का ऐलान किया.
दरअसल, मंगलवार को बांग्लादेश में राजशाही में 'घरेलू उत्पाद खरीदने से लाभ' शीर्षक से एक कार्यक्रम हुआ. बीएनपी के संयुक्त महासचिव रुहुल कबीर रिजवी की मौजूदगी में बिस्तर की चादर में आग लगा दी गई. उसके बाद, कुछ स्थानीय कपड़े कम कीमत पर बेचे गए. यह कार्यक्रम मंगलवार सुबह 11 बजे राजशाही के भुबन मोहन पार्क में आयोजित किया गया. मुख्य अतिथि रुहुल कबीर रिज़वी थे.
उन्होंने भारतीय आक्रमकता का विरोध करने के लिए राजस्थान में जयपुर टेक्सटाइल्स की एक चादर फेंकी. तभी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केरोसिन छिड़क कर चादर में आग लगा दी.
बाद में रुहुल कबीर रिजवी ने घोषणा की कि मेडिकल कॉलेज के छात्र यहां कुछ कपड़े लाए हैं. इन्हें कम कीमत पर बेचा जाएगा. फिर उन कपड़ों को बेच दिया जाता है. वहां साड़ी 200 टका और लुंगी 100 टका में बिकती है.
भारतीय उत्पादों का बहिष्कार का ऐलान
इससे पहले रूहुल कबीर रिजवी ने अपने भाषण में कहा, 'हम भारतीय उत्पादों का बहिष्कार कर रहे हैं क्योंकि वे इस देश के लोगों के अनुकूल नहीं हैं. उनकी दोस्ती सिर्फ शेख हसीना से है. बांग्लादेश की 27 लाख टन प्याज की मांग है. हम 37 लाख टन उत्पादन करते हैं. तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर प्याज की कीमत बढ़ाई जाती है और करोड़ों रुपये खर्च कर भारत से प्याज का आयात किया जाता है. अगर हमारा मैनेजमेंट ठीक हो जाए तो कोई प्याज नहीं लेगा.'
रिजवी ने कहा, 'उन्हें (भारत) लगता था कि हम उन पर निर्भर हैं. हम उनके बिना नहीं कर सकते. अब यह देखते हुए कि कोलकाता न्यूमार्केट बंद है, दुकानें खुली नहीं हैं. हम किसी और का इंतजार नहीं करना चाहते. यही हम भारत को बताना चाहते हैं.'