बांग्लादेश के अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है. यह आदेश ढाका की एक कोर्ट ने मोहम्मद यूनुस को कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की बर्खास्तगी को लेकर हो रही सुनवाई के दौरान पेश नहीं होने पर दिया.
अदालत के क्लर्क नूरुज्जमां ने मीडिया को बताया कि ढाका लेबर कोर्ट के चेयरमैन रोहिबुल इस्लाम ने मोहम्मद यूनुस के खिलाफ वारंट जारी किया है क्योंकि वे कोर्ट में सुनवाई के दौरान गैरमौजूद रहे. जिसके बाद कोर्ट ने उनके खिलाफ वारंट जारी किया.
मिली जानकारी के मुताबिक मुहम्मद यूनुस को ग्रामीण कार्य संचार निदेशक नाजनीन सुल्ताना और उप महाप्रबंधक खांडेकर अबू अबेदिन के साथ कोर्ट में शामिल होने वाले थे.
क्या है मामला?
तीनों पर आरोप है कि कार्यस्थल ट्रेड यूनियन बनाने के चलते उन्होंने कर्मचारियो को कंपनी से निकाल दिया था. ग्रामीण संचार, ग्रामीण बैंक की आईटी विंग है. मोहम्मद यूनुस ग्रामीण संचार के अध्यक्ष हैं.
कोर्ट के एक अधिकारी के मुताबिक हालांकि, ग्रामीण संचार विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारी अदालत में पेश हुए, लेकिन मुहम्मद यूनुस पलट नहीं पाए, जिसके बाद अदालत के अध्यक्ष रोहिबुल इस्लाम ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया.
कोर्ट ने कहा कि कंपनी के दो अधिकारियों को जमानत दे दी गई जो इसके सामने आए. यूनुस के वकील काजी इरशादुल आलम का कहना है कि यूनुस अदालत में पेश होने के लिए कोई भी समन मिलने से पहले ही बांग्लादेश से बाहर चले गये थे। उनके लौटते ही जरुरी कदम उठाया जाएगा.