दमिश्क के पास कथित रासायनिक हमले के बाद अमेरिका और उसके सहयोगी देश सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकते हैं. हालांकि इस पर सीरियाई शासन ने कहा है कि वह अपने देश की रक्षा करने के लिए हर संभव कदम उठाएगा.
सीरिया पर हमले की आशंका का असर पश्चिमी देशों के बाजार पर भी पड़ा. शेयर बाजार में गिरावट देखी गई.
लेकिन सीरिया के प्रमुख सहयोगी रूस ने आगाह किया है कि बशर अल असद शासन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई के नतीजे अच्छे नहीं होंगे.
सीरिया के विदेश मंत्री वालिद अल मोअल्लम ने कहा, 'हमारे पास दो विकल्प हैं. हम समर्पण कर दें या फिर सभी उपलब्ध माध्यमों का इस्तेमाल कर अपनी रक्षा करें. दूसरा विकल्प बेहतर है. हम अपनी रक्षा करेंगे.' उन्होंने इस आरोप को भी सिरे से खारिज कर दिया कि कथित रासायनिक हमले के पीछे सीरियाई सरकार थी.
दो दिन से ज्यादा का नहीं होगा हमला: मीडिया
वहीं ब्रुनेई पहुंचे अमेरिकी रक्षा मंत्री चक हेगेल ने कहा कि उनकी सेना ओबामा का आदेश होने पर कार्रवाई को तैयार है. अमेरिकी अखबार ‘वाशिंगटन पोस्ट’ ने वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के हवाले से खबर दी है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा सीरिया में सीमित सैन्य हमले को लेकर विचार विमर्श कर रहे हैं. अखबार का कहना है कि यह हमला दो दिन से ज्यादा का नहीं होगा और इसमें मिसाइलों या बम बरसाने वाले विमानों का इस्तेमाल किया जाएगा.
सीरिया पर हमले से पहले हमें बताएं ओबामा
वहीं अमेरिका के शीर्ष सांसदों ने ओबामा से कहा है कि सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप से पहले वह कांग्रेस से विचार विमर्श करके उसकी सहमति जरूर ले लें. शीर्ष रिपब्लिकन सीनेटर जॉन कॉरनेन ने कहा, 'सीरिया के संदर्भ में कोई भी कदम उठाए जाने से पहले राष्ट्रपति ओबामा को अमेरिकी जनता के सामने इसे रखना चाहिए और कांग्रेस से इसके बारे में चर्चा करनी चाहिए.'