अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने क्रीमिया के भविष्य के लिए किए जाने वाले जनमत संग्रह का बुधवार को विरोध किया और नई कीव सरकार का समर्थन किया.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार ओबामा ने यूक्रेन के प्रधानमंत्री अरसेनी यात्सेनयुक के साथ ह्वाइट हाउस में हुई बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि हम जनमत संग्रह द्वारा समझौते और रूस की सेना के क्रीमिया में हस्तक्षेप का विरोध करते हैं.
ओबामा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों के अंदर कुछ कूटनीतिक प्रयासों द्वारा जनमत संग्रह के बारे में पुनर्विचार किया जाएगा. क्रीमिया के भविष्य के लिए रविवार को जनमत संग्रह होना है. इधर, अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी शुक्रवार को लंदन में रूसी विदेश मंत्री सरगेई लावरोव के साथ मुलाकात करेंगे.
ओबामा ने रूस को चेतावनी भी दी कि यदि रूस अपनी नीतियों पर कायम रहा, तो अमेरिका अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय कानून के उल्लंघन एवं यूक्रेन में अतिक्रमण के लिए रूस को सबक सिखाने के लिए बाध्य होगा.