अब बेलारूस (Belarus) की फौज सीधे तौर पर रूस के साथ युद्ध में शामिल हो गई है. खबर है कि यूक्रेन (Ukraine) के उत्तर पूर्वी क्षेत्र चर्नीहीव में बेलारूसी सेना दाखिल हो गई है. मंगलवार देर रात यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने भी बड़ा दावा किया है कि बेलारूसी-यूक्रेनी सीमा के पास अब लगभग 300 बेलारूसी टैंक तैनात कर दिए गए हैं. यूक्रेन का कहना है कि बेलारूसी सैनिकों की तैनाती कर रूस जानबूझकर उकसावे की तैयारी कर रहा है. बता दें कि बेलारूस, रूस का सहयोगी देश है.
बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको (Alexander Lukashenko) ने इससे पहले कहा था कि उनका देश इस तनावपूर्ण हालात में यूक्रेन से लगी अपनी सीमाओं पर सुरक्षाबलों की संख्या को बढ़ा रहा है. उधर, बेलारूसी सैनिकों के यूक्रेन के चर्नीहीव क्षेत्र में दाखिल होने की उत्तर प्रादेशिक रक्षा बलों के प्रवक्ता विटाली क्यारीलोव ने पुष्टि की. विशेषज्ञ मान रहे हैं कि अब यूक्रेन के सीमावर्ती इलाकों पर रूस जल्द अपने कब्जे में लेने जा रहा है.
रूस का हिमायती बेलारूस भी यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में उतरने का ऐलान कर चुका है. इसके अलावा रूस भी अपने परमाणु हथियारों की तैनाती यूक्रेन से लगे बेलारूस में ही करने की तैयारी में जुटा है.
दरअसल, बेलारूस, कलेक्टिव सिक्योरिटी ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (CSTO) संगठन का सदस्य है. रूस इस संगठन की अगुवाई करता है. इस रूसी गुट में उसके पड़ोसी कजाखस्तान, किर्गिस्तान, अर्मेनिया और ताजिकिस्तान भी शामिल हैं.
उधर, रूस और यूक्रेन में जारी जंग ने दूसरे देशों को भी जंग के मोड में ला दिया है. स्वीडन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, फिनलैंड और जापान तक ने यूक्रेन की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं. स्वीडन 1939 के बाद किसी दूसरे देश की सैन्य मोर्चे पर मदद करने जा रहा है. वहीं, जर्मनी ने अपनी रक्षा पर 100 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च करने का ऐलान किया हैं. इसके अलावा स्विट्जरलैंड ने भी रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को लागू करने की घोषणा की है.
जानकारी के लिए बता दें कि रूसी हमलों से यूक्रेन में अब हालात और ज्यादा बिगड़न लगे हैं. मंगलवार दोपहर खारकीव में हुए एक हमले में भारतीय छात्र की मौत हो गई. मारे गए भारतीय छात्र का नाम नवीन शेखरप्पा है. 21 साल का नवीन कर्नाटक के हावेरी जिला स्थित चालगेरी का रहने वाला था.