इजरायल और हमास के बीच 80 दिन से युद्ध चल रहा है. दोनों तरफ से हवाई और जमीनी हमले किए जा रहे हैं. इस बीच, क्रिसमस पर इजरायल ने गाजा में जबरदस्त एयर स्ट्राइक की है. इसमें बच्चों समेत करीब 70 लोग मारे गए हैं. गाजा पट्टी में यह हवाई हमला सबसे घातक माना जा रहा है. रविवार की आधी रात से कुछ घंटे पहले इजरायली की तरफ से हवाई हमला किया गया और सोमवार की सुबह (क्रिसमस) तक सिलसिलेवार हमले होते रहे. स्थानीय निवासियों और फिलिस्तीनी मीडिया ने बताया कि इजराइल ने मध्य गाजा में हवाई और जमीनी गोलाबारी बढ़ा दी है.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, हमास द्वारा संचालित गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इजरायली हवाई हमले में करीब 70 लोग मारे गए. ये हमले एक शरणार्थी शिविर को निशाना बनाकर किए गए. इसकी चपेट में कई घर आए हैं. गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि मरने वालों की संख्या 20 हजार से ज्यादा हो गई है, इनमें से दो-तिहाई महिलाएं और बच्चे हैं.
'इजरायल ने कहा, घटना की समीक्षा कर रहे हैं'
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने कहा, इजरायली ने मध्य गाजा में मघाजी को निशाना बनाकर हवाई हमले किए. वहीं, इजरायली सेना ने कहा कि वो मघाजी घटना की रिपोर्ट की समीक्षा कर रही है. हम नागरिकों को कम से कम नुकसान पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इधर, हमास ने उन आरोप का खंडन किया है, जिसमें इजरायी सेना ने कहा था कि हमास के लड़ाके घनी आबादी वाले इलाकों में छिपे हैं या नागरिकों को ढाल बनाकर आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.
'मुख्य सड़कों पर बमबाजी की जा रही है'
फिलिस्तीनी रेड क्रीसेंट ने घायलों को अस्पतालों तक पहुंचाए जाने के फ़ुटेज जारी किए हैं. इसमें कहा गया है कि इजरायली युद्धक विमान मध्य गाजा के बीच मुख्य सड़कों पर बमबारी कर रहे हैं, जिससे एम्बुलेंस और इमरजेंसी वाहनों के रास्ते में बाधा आ रही है. डॉक्टर्स ने बताया कि दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में भी इजरायल ने हवाई हमला किया है, इसमें आठ फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए हैं.
'बेथलहम में क्रिसमिस का समारोह रद्द'
वहीं, पादरियों ने इजरायल के कब्जे वाले फिलिस्तीनी वेस्ट बैंक शहर बेथलहम में समारोह रद्द कर दिया है. पोप फ्रांसिस ने गाजा पर हो रहे हमले को लेकर अफसोस जताया है. रोम में सेंट पीटर्स बेसिलिका में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर एक सामूहिक प्रार्थना सभा की अध्यक्षता करते हुए पोप फ्रांसिस ने कहा, आज रात हमारे दिल बेथलेहम में हैं, जहां शांति के राजकुमार को युद्ध के निरर्थक तर्क, हथियारों के टकराव ने एक बार फिर खारिज कर दिया है जो आज भी उन्हें दुनिया में जगह पाने से रोकता है.
'बेथलहम में हजारों पर्यटक लेते हैं हिस्सा'
बता दें कि बेथलहम को लेकर ईसाई समुदाय का मानना है कि वहां 2000 साल से भी पहले ईसा मसीह का एक चरनी में जन्म हुआ था. यहां वार्षिक क्रिसमस समारोह में आम तौर पर हजारों पर्यटक शामिल होते हैं. फिलिस्तीनी ईसाइयों ने पहले सामान्य उत्सव के बजाय गाजा में शांति के लिए मोमबत्तियां जलाकर प्रार्थना की.
'अभी भी 100 से ज्यादा इजरायली नागरिक हमास के कब्जे में'
बताते चलें कि हमास अभी भी इजरायल के 100 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाकर रखे हैं. 7 अक्टूबर को हमास ने सबसे पहले इजरायल पर हमला किया था. वहां 1200 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी थी और 240 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले आए थे. बाद में सीजफायर की शर्त पर 140 इजरायली नागरिकों को रिहा कर दिया था. तब से इजरायल ने गाजा पट्टी को घेर लिया और इसका अधिकांश भाग बर्बाद कर दिया है. हमास शासित गाजा के अधिकारियों ने अब तक 20,400 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है. माना जाता है कि हजारों लोग मलबे के नीचे मारे गए हैं. 2.3 मिलियन गाजावासियों में से अधिकांश को उनके घरों से निकाल दिया गया है. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि स्थितियां भयावह हैं.