पाकिस्तान में सियासी घमासान के बीच पीपुल्स पार्टी के चेयरपर्सन बिलावल भुट्टो जरदारी की जान को खतरा बताया गया है. सिंध सरकार ने पुलिस और अन्य अधिकारियों को इस बाबत सूचना दे दी है. इसके साथ ही बिलावल की सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए जाने के आदेश दिए गए हैं.
पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' में छपी खबर के मुताबिक, बिलावल को प्रतिबंधित कट्टरपंथी गिरोह जंदोल्लाह से खतरा है. यह गिरोह उन्हें मारना चाहता है. सिंध सरकार ने प्रतिबंधित गिरोह से मिली खुफिया जानकारी को सुरक्षा अधिकारियों से साझा किया है. इसमें बिलावल को मारने की प्लानिंग का भी भंडाफोड़ है. हालांकि इस पत्र में यह नहीं बताया गया है कि गिरोह किस समय और कहां बिलावल पर हमला करना चाहता है. साथ ही यह जानकारी भी नहीं है कि वह हमले के लिए किस तरह के हथियार का इस्तेमाल करेगा.
क्या और क्यों है जंदोल्लाह गिरोह
जंदोल्लाह कट्टरपंथी सुन्नी बलूच मुसलमानों का गुट है और ईरान में आतंकी कारर्वाइयां करता रहता है. यह पृथक बलूचिस्तान का समर्थन करता है और अल कायदा के करीबी गुट में है. इसके पास 700 से 2,000 आतंकी हैं. इसे अमेरिका ने एक आतंकवादी गुट करार दिया है. यह गुट धन कमाने के लिए ईरान से डीजल की तस्करी करता है और अफीम का धंधा भी करता है. इस गुट का सरगना अब्दुलमालेक रिगी ईरान में मारा जा चुका है.
सिंध सरकार ने पाकिस्तान रेंजर्स के मुख्यालय और सिंध पुलिस के आईजी को इस सिलसिले में निर्देश भेजा है. उनसे एहतियात बरतने को कहा गया है. बिलावल भुट्टो अपने समर्थकों को जिन्ना के स्मारक पर 18 अक्टूबर को संबोधित करेंगे. उस दिन ही उनकी मां बेनजीर भुट्टो पर शाराए फैसल में घातक हमला हुआ था और उनकी मौत हो गई थी.