शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक पहुंचे हैं. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्य देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे. इसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव का नाम शामिल है. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने SCO समिट से इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से वार्ता की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) समिट में हिस्सा लेने के लिए किर्गिस्तान के बिश्केक पहुंच चुके हैं. जहां पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की.
Bishkek: Prime Minister Narendra Modi holds delegation level talks with China President Xi Jinping on the sidelines of the SCO Summit. #Kyrgyzstan pic.twitter.com/J4oKMcnCdN
— ANI (@ANI) June 13, 2019
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शी जिनपिंग को दोनों के संबंधों से अवगत कराया और जिनपिंग भी इस बात से सहमत हुए कि दोनों देशों को संबंध मजबूत करने की आवश्यकता है. पीएम मोदी ने उन्हें (जिनपिंग) अगले अनौपचारिक समिट के लिए आमंत्रित किया है और उन्होंने भी कहा कि वह इस साल भारत दौरे पर आ सकते हैं.
विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि पीएम मोदी ने उल्लेख किया कि दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक संचार में सुधार हुआ है. भारत में बैंक ऑफ चाइना की शाखा खुलना और लंबे समय से लंबित पड़े मसूद अजहर को आतंकी सूची में शामिल करना भी इसी का नतीजा है.
विजय गोखले ने कहा कि पाकिस्तान पर संक्षिप्त चर्चा हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिनपिंग को बताया कि उन्होंने पाकिस्तान से संबंध सुधारने के कई प्रयास किए, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. पाक को आतंक मुक्त वातावरण बनाने की जरूरत है और इस स्तर पर हम ऐसा होते नहीं देख सकते. हमें इस पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए.
FS,Vijay Gokhale in Bishkek: There was a brief discussion on Pakistan. PM recalled that he has made efforts and these efforts have been derailed,that Pak needs to create atmosphere free of terror and at this stage we do not see this happening. We expect it to take concrete action https://t.co/0W17RFFYjL
— ANI (@ANI) June 13, 2019
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी से भी मुलाकात करेंगे. सूत्रों के मुताबिक इस दौरान पीएम मोदी और हसन रुहानी के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.
किर्गिस्तान के बिश्केक में आयोजित एससीओ के शिखर सम्मेलन में पहुंचने से पहले पीएम मोदी ने बयान जारी कर कहा था, ‘इस शिखर सम्मेलन में वैश्विक सुरक्षा की स्थिति, बहुपक्षीय आर्थिक सहयोग, लोगों से लोगों का संपर्क बढ़ाने समेत अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय महत्व के प्रासंगिक विषयों पर चर्चा होने की उम्मीद है. मेरी इस सम्मेलन से इतर कई नेताओं से मुलाकात करने और द्विपक्षीय बातचीत करने की भी योजना है.’ये पहला मौका होगा जब पीएम मोदी और इमरान खान किसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर आमने-सामने होंगे. हालांकि दोनों नेताओं के बीच किसी द्विपक्षीय मुलाकात की संभावना को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया है.
एससीओ शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहे किर्गिस्तान का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा था, ‘भारत ने किर्गिस्तान की अध्यक्षता को पूरा सहयोग दिया है. एससीओ शिखर सम्मेलन के समाप्त होने के बाद 14 जून को मैं किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव से द्विपक्षीय वार्ता करूंगा.’
भारत और किर्गिस्तान के द्विपक्षीय संबंध मजबूत हुए
आजतक से खास बातचीत में भारत में किर्गिस्तान के राजदूत अलोक डिमरी ने कहा कि दोनों देशों के नेताओं के बीच कई मुद्दों पर चर्चा होगी. दोनों नेता कनेक्टिविटी के मुद्दे पर भी बातचीत करेंगे. हाल ही में पाकिस्तान ने भारतीयों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया था, जिसके चलते भारतीय नागरिकों और छात्रों को खासी दिक्कतों को सामना करना पड़ा.
किर्गिस्तान के राजदूत ने कहा था, ‘भारत और किर्गिस्तान के रिश्ते ऐतिहासिक और मजबूत हैं. हम एक दूसरे से बहुत दूर नहीं हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साल 2015 में मध्य एशियाई देश किर्गिस्तान का दौरा किया था. अब चार साल बाद फिर पीएम मोदी किर्गिस्तान के दौरे पर जा रहे हैं. अभी करीब 10 दिन पहले ही किर्गिस्तान के राष्ट्रपति जीनबेकोव पीएम मोदी के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आए थे. अब पीएम मोदी के दौरे को लेकर जबरदस्त उत्साह और उम्मीदे हैं. किर्गिस्तान के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वैश्विक नेता के रूप में देखते हैं.’
उन्होंने बताया ता कि दोनों नेता संयुक्त रूप से भारत-किर्गिस्तान बिजनेस फोरम की पहली बैठक को भी संबोधित कर सकते हैं. हाल ही में किर्गिस्तान के साथ रिश्तों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि रक्षा, सुरक्षा, कारोबार और निवेश समेत कई क्षेत्रों में भारत और किर्गिस्तान के द्विपक्षीय संबंध मजबूत हुए हैं.
बताया जा रहा है कि पीएम मोदी के इस दौरे के दरम्यान दोनों देशों के बीच लीगल मेट्रोलॉजी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को लेकर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हो सकते हैं.