लीबिया की राजधानी त्रिपोली में स्थित मोरक्को दूतावास में सोमवार तड़के एक बम विस्फोट हुआ. आतंकवादी संगठन इस्लामिल स्टेट (आईएस) ने त्रिपोली स्थित मोरक्को दूतावास पर हुए बम विस्फोट और इससे पहले दक्षिण कोरियाई दूतावास पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है.
इस्लामिक स्टेट ने दोनों बम विस्फोटों की जिम्मेदारी एक ट्विटर अकाउंट द्वारा ली है. इस अकाउंट का उपयोग यह आतंकी संगठन अपने प्रचार के लिए करता है. सुरक्षा अधिकारी और दूतावास के सूत्रों ने बताया कि सोमवार को मोरक्को दूतावास पर हुए हमले में कोई भी हताहत नहीं हुआ है. हालांकि यह दूतावास अभी कार्यरत नहीं था. बम को दूतावास के दरवाजे के बाहर एक थैले में रखकर छोड़ा गया था.
मोरक्को लीबिया को नियंत्रित करने वाली दो प्रतिद्वंदी सरकारों के प्रतिनिधियों के बीच संयुक्त राष्ट्र बातचीत की मेजबानी कर रहा है. यह बातचीत सोमवार को अल्जीरिया में दोबारा से शुरू होने वाली बातचीत से अलग है.
दक्षिण कोरिया के दूतावास पर रविवार को हुए हमले में एक लीबियाई सुरक्षाकर्मी और एक नागरिक की मौत हो गई, जबकि एक अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गया. अमेरिका और यूरोपीय शक्तियों ने लीबिया के प्रतिद्वंदी गुटों पर सोमवार को शुरू हुई बातचीत में बिना शर्त युद्ध विराम का दबाव बनाया है.
2011 में पूर्व नेता मुअम्मर गद्दाफी को सत्ता से हटाने के बाद से ही सीरिया अशांत है. इस्लामिक स्टेट लीबिया के कई इलाकों में मौजूद है. आईएस ने कहा कि वह इससे पहले विभिन्न देशों के दूतावासों और तेल क्षेत्रों को इसी तरह निशाना बना चुका है.
- इनपुट IANS