लुसियाना के भारतीय-अमेरिकी गवर्नर बॉबी जिंदल ने इसाई कट्टपंथियों को संबोधित करते हुए खुद को ‘इवान्जेलिकल कैथोलिक’ बताया और सनातनी से इसाई के रूप में अपने धर्म परिवर्तन की कहानी भी सुनाई. इसे 2016 में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी हासिल करने के कदम के रूप में देखा जा रहा है.
अमेरिका में 2016 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए जिंदल को रिपब्लिकन पार्टी के मजबूत संभावित उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है. वर्जीनिया के लिंचबर्ग के कट्टरपंथी क्रिश्चन कॉलेज ‘लिबर्टी यूनिवर्सिटी’ में अपने भाषण के दौरान उन्होंने बतौर किशोर अपने कैथोलिक धर्मांतरण से लेकर परिवार नियोजन की हाई-प्रोफाइल लड़ाई तक का जिक्र किया.
‘द वाशिंगटन पोस्ट’ की खबर के अनुसार, 42 वर्षीय जिंदल ने शुक्रवार की रात राजनीतिक रूप से सक्रिय दर्जनों पास्टरों के साथ निजी रात्रिभोज में भाग लिया और उन्हें भी अपने धर्मांतरण की कहानी सुनाई. ‘लिबर्टी यूनिवर्सिटी’ में शनिवार को अपने भाषण के दौरान जिंदल ने राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी सरकार पर जमकर हमला बोला.