पहली सैलरी किसे दी जाए, इसे लेकर सभी को बहुत उत्साह रहता है. बॉलीवुड सिंगर शफकत अमानत अली ने इस कमाई अपनी दादी को दी थी. जानें क्यों...
पाकिस्तानी क्लासिकल सिंगर और बॉलीवुड में 'कभी अलविदा ना कहना' से अपने करियर की शुरुआत करने वाले शफकत अमानत अली ने शेयर की है अपनी पहली सैलरी, उसकी उत्सुकता और उसके सेलिब्रेशन की कहानियां.
शफकत जैसा बनने के लिए क्या करना होगा उभरते गायकों को...
शफकत को अपने दोस्त के महफिल में गाने के लिए 3000 रुपये मिले थे. उसके बाद उन्होंने एक स्कूल में म्यूजिक टीचर के रूप में ज्वॉइन किया था. शफकत के परिवार की परंपरा थी कि सभी सदस्य अपना कमाई दादी को देते थे.
अपना पहली कमाई मिलने पर शफकत को घर जाकर सेलिब्रेट करने की बहुत जल्दी थी. शफकत को किसी ने भी उन पैसों को बचाने के लिए नहीं कहा. उनके घर में जितने भाई-बहन थे, सभी उन पैसों से एन्जॉय करते थे. कभी फिल्म देखने चले जाना, तो कभी कहीं घूमने निकल जाना.
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शफकत को उस समय लाहौर की मशहूर डिश चिकन शाशलिक खाना बहुत पसंद था. वो खुद तो खाते ही थे साथ ही अपने भाई-बहनों के लिए भी खरीदा करते थे. शफकत को हॉरर मूवीज का भी बहुत शौक था. उनके घर में बच्चों की कमाई से किसी को कोई मतलब नहीं हुआ करता था. सभी बस काम की तारीफ करते थे और शफकत उन पैसों से एन्जॉय करते थे.
जानें स्कूल टाइम में कैसे थे शफकत...
इस वीडियो में शफकत ऐसे ही किस्से सुना रहे हैं -