आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने रविवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क के दक्षिण में स्थित शिया बहुल जिले सैयदा जैनब में किए गए तिहरे बम विस्फोट की जिम्मेदारी ली है. इस धमाके में 76 से अधिक लोगों की मौत हो गई.
गौरतलब है कि सैयदा जैनब जिले की सुरक्षा शिया लेबनानी हेजबुल्ला समूह संभाल रहा है. इसके बावजूद रविवार को हुए तिहरे बम विस्फोट से शहर दहल उठा. धमाके में 100 से ज्यादा लोगों के घायल होने की भी खबर है.
सैयदा जैनब में एक प्रमुख शिया धर्मस्थल मौजूद है. धर्मस्थल पर पैगंबर मुहम्मद की पौत्री सैयदा जैनब की दरगाह है. सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी 'सना' के मुताबिक, बम से लदी एक कार अल-सूडान मार्ग पर एक यात्री बस से जा टकराई और विस्फोट हो गया.
भीड़ के बीच हमलावरों ने खुद को उड़ाया
पहले विस्फोट के ठीक बाद दो आत्मघाती हमलावरों ने विस्फोट स्थल पर जमा हो गई भीड़ के बीच खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया. घटना की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि धमाकों में 76 व्यक्तियों की मौत हो गई. सूत्र ने हालांकि यह भी कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि 10 के करीब घायलों की हालत काफी गंभीर है.
मृतकों में 25 शिया लड़ाके
मानवाधिकार संगठन 'सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स' ने बताया कि मृतकों में 25 शिया लड़ाके भी शामिल थे. ये हमले ऐसे समय में हुए हैं, जब सीरिया सरकार के प्रतिनिधि और विपक्षी संगठन जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र प्रायोजित संभावित शांति वार्ता के लिए इकट्ठा हुए हैं.
प्रमुख विपक्षी समूह वार्ता का बहिष्कार करने की अपनी धमकी से पीछे हट गया है, लेकिन उसने कहा है कि बातचीत करने के लिए सीरिया सरकार को उनकी मांगें पूरी करनी होगी.