भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर कई दिनों से चला आ रहा गतिरोध फिलहाल खत्म हो गया है. दोनों देशों के बीच सेना को वापस बुलाने पर सहमति बन गई है. इसकी शुरुआत आज से हो जाएगी और यह प्रक्रिया 30 सितंबर तक पूरी हो जाएगी. यह कहना है देश की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का.
चीन के विदेश मंत्री से मिलने के बाद सुषमा स्वराज ने कहा कि 30 सितंबर तक चीनी सेना लद्दाख से हट जाएगी. उन्होंने इसे बड़ी सफलता करार दिया.
सुषमा स्वराज ने कहा, 'मुझे यह बताते हुए खुशी है कि दोनों देश ने बातचीत करके बॉर्डर विवाद को सुलझा लिया है.' गौरतलब है कि सुषमा स्वराज ने गुरुवार को चीनी विदेश मंत्री वांग यी से यूएन में मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच बॉर्डर विवाद पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत दौरे के दौरान बॉर्डर विवाद का साया रहा फिर भी यह दौरा कई मायने में ऐतिहासिक रहा.
आपको बता दें कि जिनपिंग की भारत यात्रा के दौरान लद्दाख के चुमार क्षेत्र में भारत और चीन की सेना आमने-सामने आ गई थी. इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब कुछ चीनी नागरिक भारतीय सीमा में आ गए और दावा करने लगे कि उन्हें तिबल तक रोड बनाने का आदेश मिला है. यह इलाका भारतीय सीमा के 5 किलोमीटर अंदर है.
सुषमा स्वराज ने यह भी बताया कि दोनों देश की सेना 1 सितंबर के पोजीशन पर वापस लौट जाएगी.