बोस्टन मैराथन बम धमाके में जोखर सारनेव को बुधवार को सभी आरोपों के तहत दोषी पाया गया है. कोर्ट अब इस बात पर फैसला लेगा कि 21 साल के जोखर को फांसी की सजा दी जाए या उस पर रहम किया जाए. कोर्ट में जोखर के वकील ने बोस्टन धमाके को सारनेव के भाई की साजिश बताया था.
कॉलेज के पूर्व छात्र जोखर सारनेव कोर्ट में दोनों हाथों को बांधे खड़ा फेडरल कोर्ट की डिफेंस टेबल पर देखता रहा, जब कोर्ट ने उसके खिलाफ साजिश रचने, बड़े पैमाने पर क्षति के लिए हथियारों का उपयोग सहित 30 मौकों पर दोषी शब्द को दोहराया. इसमें 17 मौकों पर मौत की सजा होती है.
कोर्ट का यह फैसला तकरीबन डेढ़ दिन के विचार विमर्श के बाद आया, हालांकि यह पूर्व निश्चित था. बचाव पक्ष के वकील ने कोर्ट में यह माना कि सारनेव ने अपने मृत भाई तामेरलन के साथ इस हमले को अंजाम दिया था. 12 सदस्यीय ज्यूरी सारनेव को फांसी की सजा पर एकमत है, हालांकि उसे उम्रकैद की सजा भी हो सकती है.
बचाव पक्ष की कोशिश अब सजा सुनाए जाने के दौरान सारनेव के जीवन को बचाने की होगी. पक्ष इस बात की दलील दे सकता है कि सारनेव अपने भाई के बहकावे में आ गया था.
सारनेव का सजा सुनाए जाने की कार्रवाई सोमवार को तड़के शुरू होगी, ज्यूरी सबूतों पर सुनवाई कर दोषी को मौत की सजा या उम्रकैद की सजा तय करेगी.