वो जानती है कि जिससे उसकी शादी होने जा रही है वो उसको या उसके बच्चे को नहीं चाहता. उसे तो केवल यूरोपीय नागरिकता चाहिए. शादी का पूरा इंतजाम किया जा चुका है ताकि 23 साल के पाकिस्तानी दूल्हे को यूरोप में रहने का अधिकार जल्द से जल्द मिल जाए.
बालोगोवा से वादा किया गया है कि उसे ब्रिटेन में रहने के लिए एक साफ सुथरी जगह दी जाएगी और शायद थोड़ा पैसा भी. लेकिन वो बताती है कि ब्रिटेन आने के कुछ ही दिनों बाद उसे मेनचेस्टर से स्कॉटलैंड ले जाया गया. जहां उसे एक अपार्टमेंट में अपने होने वाले पति के साथ रखा गया . जब वो वहां नहीं होता था तो उसका छोटा भाई उसकी चौकसी करता था. साथ ही उसके पहचान के दस्तावेज उससे ले लिए गए. वो बताती हैं कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता था.
हर साल बालोगोवा जैसी दर्जनों महिलाएं पूर्वी यूरोप के गरीब तबके से जाली शादी के लालच में आकर पश्चिम यूरोप लाई जाती हैं. अधिकारियों का कहना है कि ऐसे लोग जो इस काम को अंजाम देते हैं वो ज्यादातर या तो एशियाई मूल के होते हैं या फिर अफ्रीकी. यूरोप में रहने के लिए, सभी सुविधाएं पाने के लिए और आजादी से घूमने के लिए ये लोग भारी कीमत चुकाते हैं. दलालों या आपराधिक समूहों के जरिए ऐसी महिलाएं अपना देश छोड़ एक ऐसी मुसीबत में फंस जाती हैं जिससे छुटकारा मिल पाना मुश्किल होता है.
ये एक नए तरीके की अवैध सौदेबाजी का बाजार सामने आया है वो भी तब जब ब्रिटेन अपनी सीमाओं की सुरक्षा बढाने, इमिग्रेशन के सख्त कानून लाने पर विचार कर रहा है.
यूरोपीय अधिकारियों का कहना है कि 'इन जाली शादियों के एवज में महिलाओं को ब्रिटेन, आयरलैंड, जर्मनी और नीदरलैंड घूमने जाने के पैसे भी दिए जाते हैं. और कुछ महिलाओं को पहुंचने तक ये पता ही नहीं चल पाता कि वो किस दलदल में फंस गई हैं. महिलाओं को शादी के दस्तावेज पर दस्तखत करने तक बंधक बनाया जाता है, उसके पति और पति के दोस्त उसके साथ अपशब्द इस्तेमाल करते हैं, उसका यौन उत्पीड़न किया जाता है इसके अलावा ड्रग की तस्करी में इस्तेमाल किया जाता है. और कई बार तो उसे एक से ज्यादा शादियां करने के लिए भी मजबूर किया जाता है. '
मेनचेस्टर पुलिस ने इस मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार भी किया है.