ब्रिटिश सरकार ने केरल के हिंदू सगठनों के दो प्रमुख सदस्यों को जारी किया गया वीजा रद्द कर दिया है. ब्रिटिश सरकार ने यह कदम भारतीय समुदाय द्वारा उनकी यात्रा के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराने के बाद उठाया है.
केरल स्थित हिंदू ऐक्य वेदी (संयुक्त हिंदू मोर्चा) की अध्यक्ष शशिकला टीचर और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंटिफिक हेरिटेज के निदेशक एन.गोपालकृष्णन को लंदन के क्रॉयडन में आयोजित पहले हिंदू धर्म सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था.
लंदन स्थित 'एशियन लाइट' समाचार पत्र के मुताबिक, चेन्नई स्थित ब्रिटिश वाणिज्य दूतावास ने, भारतीय समुदाय के एक वर्ग की ओर से उनके कट्टरपंथी हिंदुत्व विचारधारा पर आधारित अभियानों के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद दोनों नेताओं को जारी किया गया वीजा रद्द कर दिया. दोनों नेताओं के यूट्यूब भाषणों के अनुवाद और सोशल मीडिया पर जारी उनके अन्य संदेश अधिकारियों को सौंप दिए गए हैं.
इससे पहले ब्रिटेन ने 2002 में गुजरात दंगों में नरेंद्र मोदी की संलिप्तता के आरोपों की वजह से उन्हें भी वीजा देने से मना कर दिया था. उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. ब्रिटेन कट्टरपंथी प्रचारकों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ सख्त नीति का पालन कर रहा है.
इनपुट: IANS