ब्रिटेन के सिखों ने बड़े पैमाने पर पत्र लिखकर प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से मांग की है कि इस बात की विस्तृत जांच कराई जाए कि भारतीय थलसेना द्वारा 1984 में अंजाम दिए गए ऑपरेशन ब्लूस्टार में ब्रिटेन की क्या भूमिका रही थी.
गौरतलब है कि अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए 1984 में भारतीय थलसेना ने ऑपरेशन ब्लूस्टार को अंजाम दिया था. सिख फेडरेशन यूके ने चेतावनी दी है कि हजारों सिख मतदाता अगले साल होने वाले आम चुनावों में कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवारों का बहिष्कार करेंगे, यदि कैमरन ऑपरेशन ब्लूस्टार में ब्रिटेन की भूमिका की विस्तृत जांच कराने पर सहमत नहीं हुए.
संडे टेलीग्राफ से बातचीत में सिख फेडरेशन यूके के अध्यक्ष अमरीक सिंह ने कहा कि स्वतंत्र सार्वजनिक जांच के लिए हमारे पास पहले ही 50 से ज्यादा नेताओं का समर्थन है. हमें विश्वास है कि अगले कुछ दिनों में यह संख्या 100 से ज्यादा पहुंच जाएगी.
रिपोर्ट में संगठन के हवाले से कहा गया कि सप्ताहांत में देश भर के गुरुद्वारों में अरदास के लिए आने वाले लोगों से अनुरोध किया जाएगा कि वे अपने सांसदों को पत्र लिखकर जांच की मांग का समर्थन करने के लिए कहें. समर्थन करने से इनकार करने वाले सांसदों के गुरुद्वारा में दाखिल होने पर पाबंदी लगा दी जाएगी और अपने चुनाव क्षेत्र में उन्हें सिखों के वोट भी नहीं मिलेंगे.