यह धरती अब सिर्फ 15 साल और इंसानों द्वारा संचालित होगी, क्योंकि उसके बाद यहां कंप्यूटरों का राज होगा. जी हां, यह किसी साइंस फिक्शन की गप्प नहीं है, यह एक ऐसे साइंटिस्ट का दावा है जिसकी हर बात अब तक सही साबित हुई है.
गूगल के इंजीनियरिंग डायरेक्टर रे कुर्जवील के मुताबिक, साल 2029 तक कंप्यूटर इंसान की सभी भाषाएं और बॉडी लैंग्वेज समझने लगेंगे. वह इंसान के अनुभवों से खुद सीखने लग जाएंगे और दुनिया के सबसे बुद्धिमान लोगों से भी ज्यादा तेज तर्रार और दिमाग वाले हो जाएंगे.
अगर आपको अब भी यकीन नहीं हो रहा तो बता दें कि दुनिया के सबसे बड़े भविष्यवक्ताओं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डवलपर्स (एआई) में शुमार 66 साल के कुर्जवील ने करीब दो दशक पहले ही आज के तकनीकी युग के बारे में बता दिया था.
इससे पहले कुर्जवील ने 1990 में कहा था कि 1998 तक कंप्यूटर चेस चैंपियन को हरा देगा जो 1997 में साबित हो गया जब आईबीएम कंपनी के डीप ब्ल्यू ने गैरी कास्परोव को हरा दिया. यही नहीं, जब इंटरनेट तकनीक का एक छोटा अंश हुआ करता था तभी उन्होंने कहा था कि एक समय पूरी दुनिया इंटरनेट के जाल से जुड़ी होगी.
बहरहाल, ब्रिटिश अखबार द इंडिपेंडेट में छपी खबर के मुताबिक, कुर्जीवल ने हाल ही कहा है कि 15 वर्षों बाद इस दुनिया पर रोबोट्स का राज होगा. अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि उनके अनुमान को हाल ही हाई प्रोफाइल एआई डवलपमेंट्स और हॉलीवुड फिल्मों में दिखाया जा चुका है.
वह कहते हैं, 'आज मेरे अनुमान बहुत हद तक एआई एक्सपर्ट्स और उन जैसे सोच रखने वाले लोगों की तरह हैं. लोगों ने अब तक एप्पल के आवाज पहचानने वाले सॉफ्टवेयर 'सिरी' और गूगल के सेल्फ ड्राइविंग कार को देख लिया है. मेरे विचार अब रेडिकल नहीं रहे.'
गौरतलब है कि दुनिया के पहले फ्लैट बेड स्कैनर और टेक्स्ट टू स्पीच सिन्थेसाइजर्स का आविष्कार करने वाले कुर्जवील को उनकी थ्योरी ऑफ सिंगुलैरिटी के लिए विशेष रूप से जाना जाता है, जिसमें उन्होंने भविष्य में मशीन और इंसान के एक होने की बात कही है.