ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) का कहना है कि प्रिंस चार्ल्स के राजा बनने पर डचेस ऑफ कॉर्नवाल (Duchess of Cornwall) कैमिला रानी होंगी. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने शनिवार को अपने 'प्लेटिनम जुबली' पर राष्ट्रीय संदेश में कैमिला को रानी बनाने का समर्थन किया. एलिजाबेथ के इस कदम के बाद ब्रिटेन में राजशाही के भविष्य को दिशा मिल सकेगी.
महारानी ने अपनी इच्छा व्यक्त की कि प्रिंस चार्ल्स (Prince Charles) के राजा बनने पर कैमिला को क्वीन के रूप में जाना जाएगा. ताजपोशी के 70वें साल में पहुंचने पर एलिजाबेथ द्वितीय ने अपनी बहू के लिए अपनी इच्छाओं को बताया.
95 साल की महारानी एलिजाबेथ ने लिखित संदेश में कहा कि मैं आपके समर्थन के लिए आप सभी का धन्यवाद व्यक्त करना चाहती हूं. आपलोगों ने मुझसे जो वफादारी दिखाई है और जो स्नेह दिया है, उसके लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगी.
बता दें कि युवा आयु से लेकर अब इस उम्र तक क्वीन एलिज़ाबेथ ने ब्रिटेन के शाही परिवार की अगुवाई की है. अब करीब 7 दशक हो गए हैं, जब क्वीन एलिजाबेथ शाही परिवार, ब्रिटेन की रियासत को संभाल रही हैं. ऐसे में एक महिला कैसे इतने लंबे वक्त तक तमाम मुश्किलों के बीच भी ब्रिटेन पर राज करती रहीं.
ब्रिटेन में जब किंग जॉर्ज पंचम का राज था, उस काल में 21 अप्रैल 1926 को क्वीन एलिज़ाबेथ का जन्म हुआ. एलिजाबेथ के पिता किंग जॉर्ज छह भी बाद में ब्रिटेन के राजा बने. क्वीन एलिज़ाबेथ का पूरा नाम एलिजाबेथ एलेक्जेंडरा मैरी विंडसर है. क्वीन एलिज़ाबेथ की एक बहन थीं, जिनका नाम प्रिंसेज मार्ग्रेट था. क्वीन एलिजाबेथ ने अपनी पढ़ाई घर में ही पूरी की.
उनकी एक बायोग्राफी में लिखा गया है कि बचपन में ही क्वीन एलिजाबेथ का लगाव घोड़ों, डॉग्स में था जो जीवन भर रहा, बाद में वह घोड़ों की रेस पर दांव भी लगाया करती थीं. 6 फरवरी, 1952 को एलिजाबेथ द्वितीय ब्रिटेन की महारानी नियुक्त हुईं, 2 जून 1953 को उनका आधिकारिक रूप से राज्याभिषेक किया गया था.