चीन पर बड़ा एक्शन लेते हुए कनाडा ने चीनी राजनयिक को अपने देश ने निकाल दिया है. कनाडा में चीन के राजनयिक झाओ वेई पर कनाडा के एक सांसद के परिवार को डराने का आरोप लगा है. कनाडा के इस सांसद ने हाल ही में उइगर मुस्लिमों के इलाज के मामले में चीन की आलोचना की थी.
इस पूरे घटनाक्रम पर एक खुफिया रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें बताया गया था कि किस तरह कनाडा के सांसद को निशाना बनाने की कोशिश की गई. इसके बाद ही चीनी राजनयिक का निष्कासन करने का फैसला लिया गया. इस कार्रवाई के बाद कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि देश की संप्रभुता पर किसी भी तरह का विदेशी हस्तक्षेप पस्वीकार नहीं किया जाएगा.
दोनों देशों के रिश्तों पर पड़ सकता है असर
कनाडा की इस कार्रवाई का असर दोनों देशों के रिश्तों पर पड़ सकता है. पहले ही दोनों देशों के बीच स्थिति तनावपूर्ण है. ओटावा में स्थित चीन के दूतावास की तरफ से भी इस मुद्दे पर टिप्पणी आई है. दूतावास ने कहा है कि वह निष्कासन की निंदा करते हैं. उन्होंने कनाडा की सरकार के इस कदम का विरोध किया है. चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा की चीन इस कार्रवाई का जवाब देगा.
कनाडा के राजनयिक पर हो सकता है एक्शन
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के पूर्व विदेश नीति सलाहकार और ओटावा विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के प्रोफेसर रोलैंड पेरिस ने कहा कि इसके जवाब में चीन, कनाडा के एक राजनयिक को निष्कासित कर सकता है. बता दें कि जासूसी एजेंसी कैनेडियन सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस (CSIS) ने 2021 में एक रिपोर्ट जारी की थी. इसमें कनाडा में बढ़ते चीनी प्रभाव के बारे में बताया गया था. साथ ही कंजर्वेटिव सांसद माइकल चोंग और उनके परिवार के लिए संभावित खतरों के बारे में जानकारी भी शामिल थी. कनाडा के इस एक्शन पर चोंग ने कहा कि इस निर्णय को लेने में 2 साल का समय नहीं लगाया जाना चाहिए था.
एक्शन के बाद चीन ने जारी सफाई
चीन ने अपनी सफाई में कहा है कि उसने कनाडा के आंतरिक मामलों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया और ऐसा करने में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं है. चीन के टोरंटो महावाणिज्य दूतावास ने कहा कि चोंग पर रिपोर्ट का 'कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है और यह पूरी तरह से निराधार है. कनाडा के CSIS की रिपोर्ट 1 मई को सामने आई थी, जब कनाडा के ग्लोब एंड मेल अखबार ने बताया था कि चीन ने चोंग और उसके परिवार के बारे में जानकारी मांगी थी.