कनाडा यूक्रेन को चार लेपर्ड 2 टैंक भेजेगा. कनाडा की रक्षा मंत्री अनीता आनंद ने गुरुवार को यह जानकारी दी. रक्षा मंत्री अनीता आनंद कहा कि टैंक देना सभी सहयोगियों और साझेदारों के योगदान से संभव हुआ है. इससे यूक्रेन की सेना को रूसी हमले के खिलाफ लड़ने में मदद मिलेगी.
गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन को 31 एम1 अबराम युद्धक टैंक देने का फैसला किया है. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को इसकी घोषणा की थी. उधर, जर्मनी भी 14 ‘लेपर्ड 2 ए 6’ टैंक भेज रहा है. हालांकि, जर्मनी ने कहा था कि वह लेपर्ड टैंक को तब तक नहीं भेजेगा, जब तक अमेरिका अपने अबराम टैंक को यूक्रेनी बलों को उपलब्ध कराने के संबंध में कोई फैसला नहीं लेता. लेकिन अमेरिका के घोषणा के बाद जर्मनी भी तैयार हो गया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, यूक्रेनी सेना अपने कब्जे वाले क्षेत्र की रक्षा के लिए काम कर रही है और रूस को जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है. अमेरिका की घोषणा के बाद जर्मनी और अमेरिका के बीच गतिरोध समाप्त करने में मदद मिलेगी. बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों ने बुधवार को दोनों देशों के बीच गतिरोध को कम करने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि हम यूक्रेन को युद्ध के मैदान में इन टैंकों को प्रभावी ढंग से बनाए रखने के लिए आवश्यक पुर्जे और उपकरण भी दे रहे हैं.
यूक्रेन इसलिए भी टैंक मांग रहा है, क्योंकि रूस शुरू से ही आक्रामक तरीके से हमला कर रहा है. इसका एहसास रूस ने पहले ही करा दिया है.
दरअसल, यूक्रेन लंबे समय से चाहता था कि उसे अत्याधुनिक टैंक मिलें, ताकि वो रूसी सेना का मुकाबला कर सके और अपने इलाकों को फिर से कब्जे में ले सके. मेड इन जर्मनी लेपर्ड-2 टैंक के साथ ही अमेरिका का अबराम एम-1 टैंक बेहद अत्याधुनिक टैंक माना जाता है.