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सारे नेता लौटे लेकिन तीन दिन से भारत में ही रुके हैं ट्रूडो, पहले भी खराब प्लेन ने कई बार कराई फजीहत

G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आए कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो विमान में खराबी के चलते आज तीसरे दिन भी भारत में ही रुके हुए हैं. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब ट्रूडो के विमान में खराबी आई है. इससे पहले भी कई बार विमान में खराबी के कारण ट्रूडो और उनके प्रतिनिधिमंडल को इस चीज का सामना करना पड़ा है.

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जहाज में आई तकनीकी खराबी के कारण भारत में ही रुके हैं कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो (फाइल फोटो-रॉयटर्स)
जहाज में आई तकनीकी खराबी के कारण भारत में ही रुके हैं कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो (फाइल फोटो-रॉयटर्स)

कनाडाई प्रधानमंत्री के विमान में आई खराबी के कारण जी-20 शिखर सम्मेलन खत्म होने के बाद भी जस्टिन ट्रूडो और उनके प्रतिनिधिमंडल तीन दिन से भारत में रुके हुए हैं.  

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दरअसल, जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद जस्टिन ट्रूडो स्वदेश रवाना होने वाले थे. लेकिन उड़ान से पूर्व जांच के दौरान जहाज में तकनीकी खराबी सामने आ गई. जिसके कारण कनाडाई सशस्त्र बलों ने विमान एयरबस CFC001 को उड़ान भरने से रोक दिया. कनाडाई प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, जस्टिन ट्रूडो और उनके प्रतिनिधिमंडल को भारत से वापस ले जाने के लिए एक बैकअप विमान CFC002 आ रहा है. 

देर दोपहर बाद भर सकते हैं उड़ान

कनाडा के न्यूज वेबसाइट CTV के मुताबिक, सूत्रों ने बताया है कि नई दिल्ली में रुके विमान CFC001 में आई खराबी को ठीक करने के लिए एक टेक्नीशियन बैकअप प्लेन में स्पेयर पार्ट के साथ आ रहा है. यदि वह स्पेयर पार्ट काम करता है और अगर विमान ठीक हो जाता है तो कनाडाई प्रधानमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल मंगलवार यानी आज देर दोपहर के बाद ही कनाडा के लिए उड़ान भर सकते हैं.

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वहीं, समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिन ट्रूडो और उनके प्रतिनिधिमंडल को वापस लाने के लिए एक बैकअप विमान और दिल्ली में रुके विमान के कुछ स्पेयर पार्ट्स भारत के रास्ते में हैं. एक सरकारी अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा है कि ट्रूडो या तो बैकअप विमान से कनाडा के लिए उड़ान भरेंगे या नई दिल्ली में रुके विमान का ठीक होने का इंतजार करेंगे. हालांकि, अधिकारी ने यह नहीं बताया कि खराब जहाज में किस पार्ट को बदलने की जरूरत है.

इससे पहले भी कई बार हो चुकी है खराब 

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब ट्रूडो के विमान में खराबी आई है. इससे पहले भी कई बार विमान में खराबी के कारण ट्रूडो और उनके प्रतिनिधिमंडल को इस तरह की परिस्थिति का सामना करना पड़ा है.

इससे पहले अक्टूबर 2016 में भी ट्रूडो के विमान में कुछ तकनीकी खराबी आ गईं थी और उड़ान भरने के आधे घंटे बाद ही वापस ओटावा लौटना पड़ा था. उस वक्त जस्टिन ट्रूडो कनाडा-यूरोपीय संघ व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए बेल्जियम जा रहे थे. 

फिर अक्टूबर 2019 में ट्रूडो का वीआईपी विमान हैंगर पर लाए जाने के वक्त एक दीवार से टकरा कर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. रॉयल कैनेडियन एयर फोर्स के मुताबिक, इस दुर्घटना में जहाज के नोज और दाहिने इंजन को काफी क्षति हुई, जिसके कारण विमान कई महीनों तक सेवा से बाहर रहा.

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दिसंबर 2019 में नाटो शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए भी ट्रूडो को बैकअप विमान का इस्तेमाल करना पड़ा था. हालांकि, बैकअप विमान को भी लंदन में रोक दिया गया. क्योंकि रॉयल कैनेडियन फोर्स को उस विमान में भी खराबी का पता चला था.

दो दिन में नहीं किया जा सका ठीक

जी-20 शिखर सम्मेलन संपन्न होने के बाद जस्टिन ट्रूडो रविवार रात नई से प्रस्थान करने वाले थे. लेकिन उड़ान से पूर्व जांच के दौरान जहाज में तकनीकी खराबी के कारण कनाडाई सशस्त्र बलों ने विमान CFC001 को रोक दिया, जिसे रात भर ठीक नहीं किया जा सका. कनाडा के राष्ट्रीय रक्षा विभाग (डीएनडी ) का कहना है कि component में मेंटेनेंस प्रॉब्लम है जिसे बदलना होगा.

रक्षा विभाग की ओर से जारी विमान में कहा गया है, "आरसीएएफ के लिए सभी यात्रियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है और उड़ान पूर्व सुरक्षा जांच हमारे सभी उड़ान प्रोटोकॉल का एक नियमित हिस्सा है. विमान में आई खामी का उजागर इस बात का सबूत है कि ये प्रोटोकॉल प्रभावी हैं."

हालात अभी अस्थिर:  ट्रूडो के प्रेस सचिव

कनाडाई प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, बैकअप एयरबस CFC002 भारत के रास्ते में है. हवाई जहाज ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर के मुताबिक, एयरबस स्थानीय समयानुसार रविवार रात 8 बजे सीएफबी ट्रेंटन से रवाना हुआ. और सोमवार तड़के इंग्लैंड में रुका. फिलहाल एयरबस CFC002 भारत के रास्ते में है.

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प्रधानमंत्री ट्रूडो के प्रेस सचिव मोहम्मद हुसैन ने एक बयान में कहा है कि हम कल सुबह प्रस्थान के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन हालात अभी अस्थिर हैं

पोलारिस बेड़े का है विमान 

कनाडाई पीएम का विमान CFC001 पोलारिस बेड़े का है. इस बेड़े में कुल पांच विमान हैं, जिन्हें 2027 तक इस्तेमाल में लाया जा सकता है. सरकारी कनाडाई अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह से विमान में बार-बार खराबी सामने आ रही है, वैसे में इसका कार्यकाल बढ़ना मुश्किल है. 

अगर विमान ठीक हो जाता है तो कनाडाई प्रधानमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल मंगलवार यानी आज देर दोपहर के बाद ही कनाडा के लिए उड़ान भर सकते हैं. जस्टिन ट्रूडो के स्वदेश लौटेने में देरी के कारण हो सकता है कि वो बुधवार सुबह शुरू होने वाले अपने लिबरल कॉकस रिट्रीट में शामिल होने से वंचित हो जाएं.

कनाडा के इंफ्रास्ट्रक्चर पर उठे सवाल 

विमान में आई खराबी के कारण ट्रूडो की वापसी में देरी ने एक बार कनाडा की ढहती बुनियादी ढांचे पर बहस छेड़ दी है. कनाडा के प्रधानमंत्री और उनके अन्य प्रतिनिधिमंडल को विदेश ले जाने वाले एयरबस 1980 के दशक हैं. एयरबस में इस्तेमाल टेक्नोलॉजी इतनी पुरानी है कि एशिया ट्रिप के लिए जहाज में ईंधन भरने के लिए स्टॉप की आवश्यकता होती है. यानी अगर जस्टिन ट्रूडो एशियाई देशों की यात्रा पर जब आते हैं तो अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने से पहले जहाज को अलास्का और जापान में रुकना पड़ता है.  

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