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Israeli-Palestine की जंग में 6 बच्चों समेत 41 की मौत, इजिप्ट ने कराया सीजफायर

इजराइल और फिलिस्तीन के बीच तनाव की खबरें अक्सर सामने आती ही रहती हैं. लेकिन कई बार यह तनाव छोटी-मोटी जंक का रूप भी ले लेता है. ऐसा ही कुछ हाल की के दिनों में देखने को मिला, जब फिलिस्तीन के इस्लामिक जिहाद ग्रुप और इजराइल की सेना के बीच गाजा पट्टी पर जंग के हालात पैदा हो गए. हालांकि सोमवार को दोनों ने ही सीजफायर पर सहमति जताई है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

इजराइल और फिलिस्तीन के उग्रवादियों बीच पिछले कई दिनों से जारी जंग पर लगाम लगती नजर आ रही है. इस संघर्ष में 6 बच्चों समेत अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है. जंग रोकने के लिए अब मिस्र (Egypt) आगे आया है.

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इजराइल के बाद फिलिस्तीन भी युद्धविराम के लिए तैयार हो गया है. यह सीजफायर मंगलवार को 20:30 GMT (भारतीय समय सुबह 2 बजे) से लागू होगा. फिलिस्तीन के एक अधिकारी ने भी एजेंसी को इसकी पुष्टि की है. 

बता दें कि इजराइल की सेना और फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन इस्लामिक जिहाद के बीच शुक्रवार को जंग की शुरुआत हुई थी. इजराइल की सेना ने गाजा सहित कई फिलिस्तीनी ठिकानों पर ताबड़तोड़ बमबारी की थी. इजराइल ने इस्लामिक जिहाद के लड़ाकों पर रॉकेट हमले करने का आरोप लगाया था.

सूत्रों के मुताबिक रविवार रात गाजा से इजराइल की तरफ रॉकेट दागे गए. जवाबी कार्रवाई करते हुए इजराइल ने गाजा में कई ठिकानों को निशाना बनाते हुए बमबारी की. अचानक हुई एयरस्ट्राइक से बचने के लिए लोग गाजा की सड़कों पर इकट्ठा हो गए. हालांकि, कुछ देर बाद युद्धविराम का ऐलान हो गया.

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गाजा के मुताबिक अब तक फिलिस्तीन के 41 लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें करीब आधे आम नागरिक शामिल हैं. यानी बाकी इस्लामिक जिहाद के सदस्य हो सकते हैं. मरने वालों में 6 बच्चे भी शामिल है. वहीं, लगातार हुए हमलों के कारण 215 लोग घायल हुए हैं.

गाजा का इकलौता बिजली संयंत्र बंद

फिलिस्तीन की बिजली कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि गाजा का एकमात्र बिजली संयंत्र शनिवार को बंद हो गया. इसके पीछे ईंधन (पेट्रोल-डीजल) की कमी को वजह बताया जा रहा है. 

एक साल पहले भी छिड़ी थी जंग

इससे पहले मई 2021 में भी इजराइल और फिलिस्तीन के बीच इसी तरह की जंग हुई थी. 11 दिन तक चली इस जंग में हमास नामक उग्रवादी संगठन इजराइल से युद्ध लड़ रहा था. इस दौरान 227 फिलिस्तीनी और 11 इजराइली नागरिकों की मौत हुई थी. तब इजराइल में बेंजामिन नेतन्याहू प्रधानमंत्री थे. 

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