ब्रिक्स समिट शुरू होने के कुछ घंटे पहले उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम परीक्षण करने से ड्रैगन बुरी तरह घिर गया है. इस समिट में उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम परीक्षण का मामला छाया रह सकता है. इसमें हिस्सा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चीन पहुंच चुके हैं. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के मददगार चीन पर सीधा हमला बोला है. साथ ही रूस ने उत्तर कोरिया के हाइड्रोजन बम परीक्षण की कड़ी निंदा की है.
..North Korea is a rogue nation which has become a great threat and embarrassment to China, which is trying to help but with little success.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) September 3, 2017
अंतरराष्ट्रीय कानूनों और कायदों की धज्जियां उड़ाकर हाइड्रोजन बम का परीक्षण करने वाले उत्तर कोरिया की हरकत से ड्रैगन को दुनिया के देशों के सामने शर्मसार होना पड़ सकता है. ब्रिक्स समिट से पहले उस पर उत्तर कोरिया को काबू करने का वैश्विक दबाव बढ़ गया है. हालांकि चीन ने उत्तर कोरिया की इस करतूत की निंदा करके विवाद से पल्ला झाड़ने की कोशिश की है, लेकिन ब्रिक्स देशों के सामने उसकी किरकिरी होनी तय है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया कि उत्तर कोरिया एक दुष्ट राष्ट्र है, जो बहुत बड़ा खतरा बन गया है और यह चीन के लिए शर्मनाक है. चीन उसकी मदद करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन बहुत कम सफल हो रहा है. ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया सिर्फ युद्ध की भाषा ही समझता है.
वहीं, रूस ने सख्त लहजे में कहा कि अगर उत्तर कोरिया ऐसी हरकत जारी रखता है, तो उसको गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. अमेरिका समेत संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों और चेतावनियों को दरकिनार कर उत्तर कोरिया ने छठवीं बार घातक बम का परीक्षण किया, जिससे दुनिया दहल गई. इस परीक्षण से 6.3 की तीव्रता का धमाका दर्ज किया गया. हाइड्रोजन बम के परीक्षण के करीब आधे घंटे बाद उत्तर कोरिया ने दावा किया कि उसने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के लिए हाइड्रोजन बम का सफल परीक्षण किया है.