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मसूद अजहर के मुद्दे पर चीन का बचाव, आतंक से बड़ी है 'क्षेत्रीय स्थिरता'

पठानकोठ आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकवादी घोषित होने से बचाने के लिए चीन ने एक बार फिर सफाई पेश की है. इस बार चीन के सरकारी अखबार में गुरुवार को छपे एक संपादकीय में मसूद अजहर के मुद्दे पर चीन ने अपने पक्ष का बचाव किया है. संपादकीय में लिखा गया है कि चीन के लिए आतंक से ज्यादा 'क्षेत्रीय स्थिरता' जरूरी है.

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मसूद अजहर
मसूद अजहर

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पठानकोट आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकवादी घोषित होने से बचाने के लिए चीन ने एक बार फिर सफाई पेश की है. इस बार चीन के सरकारी अखबार में गुरुवार को छपे एक संपादकीय में मसूद अजहर के मुद्दे पर चीन ने अपने पक्ष का बचाव किया है. संपादकीय में लिखा गया है कि चीन के लिए आतंक से ज्यादा 'क्षेत्रीय स्थिरता' जरूरी है. आतंक पर काबू पाने के लिए किए जा रहे प्रयासों से अपने करीबी सहयोगी की हिफाजत करने में चीन जरा भी नहीं हिचकिचा रहा है.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने को लेकर चीनी विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इस फैसले पर चीन द्वारा लगाए गए 'तकनीकी रोक' का बचाव किया था. चीन ने तर्क दिया था कि यूएनएससी की सेंक्शन कमिटी में इस फैसले पर अभी मतभेद है. मसूद पर बैन लगाने के अमेरिकी प्रस्ताव को रोकने के अपने फैसले का बचाव करते हुए चीन ने कहा था कि इस मामले में संयुक्त राष्ट्र के 'मापदंडों' को पूरा नहीं किया गया था.

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तेजतर्रार तरीके से अपने विचारों को पेश करने के लिए मशहूर पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के संपादकीय में लिखा गया है कि चीन, भारत और पाकिस्तान के बीच फंस गया है. आपको बता दें कि जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने के लिए पिछले साल भारत ने प्रयास किए थे लेकिन उस पर प्रतिबंध लगाने की कवायद इस बार इसलिए अहम है क्योंकि अब इसका दबाव अमेरिका बना रहा है.

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