चीन दुनिया का चौथा बड़ा हथियार निर्यातक देश बन गया है. पिछले पांच साल में उसने फ्रांस को पीछे छोड़कर प्रमुख हथियारों के निर्यात में 212 फीसदी की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के रक्षा उद्योग ने रफ्तार पकड़ ली है. भारत के लिए यह खबर इसलिए भी मायने रखती है कि चीन के हथियार निर्यात का करीब तीन चौथाई हिस्सा सिर्फ पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यांमार को जाता है.
चीन में बने हथियारों का मुख्य लाभ यह है कि वे बहुत कम कीमत में उपलब्ध हैं. सरकारी अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' ने स्टॉकहोम अंतरराष्ट्रीय शांति शोध संस्थान (SIPRI) की ओर से जारी एक रपट के हवाले से लिखा है कि चीन के प्रमुख हथियारों के निर्यात में साल 2009 और 2013 के बीच 212 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
इन पांच सालों के दौरान चीन का वैश्विक हथियार निर्यात भी 2 फीसदी से बढ़कर 6 फीसदी पर पहुंच गया. हथियार निर्यात के मामले में अमेरिका शीर्ष पर है और उसके बाद क्रमश: रूस और जर्मनी हैं.
पिछले पांच साल से चीन करीब 35 देशों को हथियार निर्यात कर रहा है. इसके खरीददार देशों में मुख्य रूप से निम्न और मध्यम आय वाले देश शामिल हैं. इसके अलावा इस वक्त चीन नाइजीरिया के लिए एक स्टील्थ फ्रिगेट पोत भी बना रहा है.