चीन और अमेरिका के रिश्तों में तनातनी के बीच एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने अमेरिका की खुफिया एजेंसियों को हैरान कर दिया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन परमाणु क्षमता से लैस पावरफुल हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण कर चुका है. खास बात ये है कि चीन ने इस खतरनाक मिसाइल को अंतरिक्ष की निचली कक्षा में भेजा. ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक, इस मिसाइल टेस्टिंग को काफी सीक्रेट रखा गया था और हाइपरसोनिक हथियारों के मामले में चीन की तरक्की से अमेरिका की एजेंसियां भी हैरत में हैं.
बैलिस्टिक मिसाइल से भी ज्यादा खतरनाक हाइपरसोनिक
हाइपरसोनिक मिसाइल बैलिस्टिक मिसाइल की तुलना में ज्यादा तेज गति से टारगेट को भेद सकती हैं. इसके अलावा इन मिसाइलों को ट्रैक करना और इनसे बच पाना बेहद मुश्किल होता है. बैलिस्टिक मिसाइलों की तरह ही हाइपरसोनिक मिसाइलें भी परमाणु हथियार से युक्त और इन्हें ले जाने में सक्षम होती हैं. ये ध्वनि की गति से पाँच गुना ज्यादा रफ्तार से उड़ सकती हैं. चीन के अलावा अमेरिका, रूस, उत्तर कोरिया समेत कम से कम चार देश हाइपरसोनिक तकनीक पर काम कर रहे हैं.
सीआरएस की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, हाइपरसोनिक तकनीक में अमेरिका की बढ़त को देखते हुए चीन ने आक्रामक तरीके से इस मिसाइल की तकनीक पर काम करना शुरु किया है. एएफपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों से बचाव को लेकर कुछ सुपरपावर देशों ने सिस्टम तैयार कर लिए हैं लेकिन हाइपरसोनिक मिसाइल को लेकर ऐसे दावे नहीं किए जा सकते हैं. खासतौर पर इन मिसाइल्स को ट्रैक करना काफी मुश्किल है.
कई देश कर रहे हाइपरसोनिक तकनीक पर काम
गौरतलब है कि ये रिपोर्ट एक ऐसे समय में आई है जब चीन ने ताइवान के नजदीक सैन्य गतिविधियों को तेज किया है. इसके अलावा अमेरिका-चीन के बीच तनाव भी बरकरार है. कुछ समय पहले ही उत्तर कोरिया भी हाइपरसोनिक मिसाइल लॉन्च के साथ ही जबरदस्त सुर्खियों में था. यूएन से प्रतिबंध झेल रहे उत्तर कोरिया में हालांकि खराब अर्थव्यवस्था और कोरोना की मार के चलते भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं लेकिन किम जोंग उन का पूरा जोर हथियारों का जखीरा बढ़ाने को लेकर है. वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी हाल ही में दावा किया था कि उनके देश ने परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी सेवेरोडविंस्क से अपनी नई जिरकोन हाइपरसोनिक मिसाइल को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था और ये हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइलें किसी को भी तबाह करने में सक्षम हैं.