अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बोल्ड फैसलों के बीच दुनियाभर में ट्रेड वॉर का आगाज होने जा रहा है. ट्रंप ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए ट्रंप ने मेक्सिको, कनाडा के साथ-साथ भारत और चीन पर भी रेसिप्रोकल टैरिफ की बात कही थी. अब चीन ने इसका माकूल जवाब दिया है.
अमेरिका में चीन के दूतावास ने बयान जारी कर कहा है कि अगर अमेरिका युद्ध ही चाहता है, तो युद्ध सही. फिर चाहे वह ट्रेड वॉर हो या किसी दूसरी तरह का युद्ध. हम अंत तक लड़ने के लिए तैयार है.
दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए कहा था कि हम पर जो भी देश जितना भी टैरिफ लगाएगा, हम भी उन पर उतना ही टैरिफ लगाएंगे. अन्य देश हम पर दशकों से बेइंतहा टैरिफ लगा रहे हैं. यूरोपीय संघ, चीन, ब्राजील, भारत और अन्य देश हम पर बहुत ज्यादा टैरिफ लगाए रहे हैं, जो गलत है. भारत हम पर 100 फीसदी टैरिफ लगाता है. ऐसे में अमेरिका का मौजूदा सिस्टम को बदलना होगा.
ट्रंप ने कहा कि आगामी 2 अप्रैल से जो भी देश अमेरिकी आयात पर टैरिफ लगाएगा उस पर हम भी उतना ही टैरिफ लगाएंगे. दूसरे देशों ने दशकों से हमारे खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल किया है. लेकिन अब हमारी बारी है कि हम इसी टैरिफ का उन देशों के खिलाफ इस्तेमाल करे.
राष्ट्रपति ने कहा कि अगर आप ट्रंप प्रशासन के तहत अमेरिका में अपना सामान नहीं बनाते हैं तो आपको टैरिफ देना पड़ेगा और कुछ मामलों में तो तगड़ी टैरिफ देनी पड़ेगी. हमारे उत्पादों पर चीन का औसत टैरिफ हमारे द्वारा लगाए जाने वाले टैरिफ से दोगुना है और दक्षिण कोरिया का औसत टैरिफ चार गुना अधिक है. चार गुना अधिक टैरिफ... इसके के बारे में सोचें. और हम दक्षिण कोरिया को सैन्य और कई अन्य तरीकों से बहुत मदद देते हैं.
बता दें कि राष्ट्रपति ने टैरिफ वॉर की शुरुआत करते हुए कहा कि इसलिए 2 अप्रैल को रेसिप्रोकल टैरिफ की शुरुआत हो जाएगी. यानी कि अमेरिका भी दूसरे देशों पर टैरिफ लगाना शुरू कर देगा.