चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक ब्यूटीफुल लेटर लिखा है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने खुद इसकी जानकारी दी है. गुरुवार को ट्रंप ने बताया कि उनको उनके चीनी समकक्ष शी जिनपिंग ने ब्यूटीफुल लेटर भेजा है. अब वो चीनी राष्ट्रपति से फोन पर बातचीत सकते हैं.
शी जिनपिंग ने डोनाल्ड ट्रंप को खत उस समय लिखा है, जब वॉशिंगटन में अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर को खत्म करने के लिए वार्ता चल रही है. चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग के इस खत के बाद दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर खत्म होने और रिश्ते सुधरने की बात कही जा रही है. डोनाल्ड ट्रंप भी अब अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर खत्म होने की संभावना जता रहे हैं. हालांकि यह वक्त ही बताएगा कि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर खत्म होगा या नहीं?
गुरुवार को व्हाइट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, 'हम ट्रेड डील पर करीब से विचार कर रहे हैं और चीन ने इस पर फिर से डील शुरू कर दी है. इस डील को फिर से शुरू करने का विचार चीन का है. इस सिलसिले में शी जिनपिंग ने मुझको एक ब्यूटीफुल लेटर लिखा है. अब मैं उनसे फोन में बात कर सकता हूं.'
ट्रंप को लिखे खत में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, 'आइए हम एक साथ मिलकर काम करते हैं. अगर इस बाबत हम कुछ कर सकते हैं, तो आइए देखते हैं और विचार करते हैं.' आपको बता दें कि पिछले एक साल से ज्यादा समय से दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन और अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर जारी है. इसको खत्म करने लिए अब तक 10 राउंड की उच्चस्तरीय बैठक भी हो चुकी हैं. अब गुरुवार से वॉशिंगटन में चीन और अमेरिका के अधिकारियों के बीच ट्रेड वॉर खत्म करने के लिए 11वें राउंड की उच्चस्तरीय बैठक हो रही है.
वहीं, इस बैठक से ठीक पहले बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने फ्लोरिडा में एक रैली को संबोधित करते हुए चीन पर ट्रेड डील तोड़ने का आरोप लगाया था. साथ ही चीनी सामानों पर टैरिफ 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी करने की धमकी दी थी. उन्होंने कहा था, 'वैसे आप समझ सकते हैं कि हम टैरिफ बढ़ाने क्यों जा रहे हैं? चीन ने ट्रेड डील तोड़ी है. उन्होंने डील तोड़ी है और इसीलिए अमेरिका आ रहे हैं. चीन के उप प्रधानमंत्री अमेरिका आ रहे हैं. वो अच्छे व्यक्ति हैं, लेकिन उन्होंने करार तोड़ा है. चीन ऐसा नहीं कर सकता है. लिहाजा उसको इसकी कीमत चुकानी होगी.'
वहीं, चीन ने भी अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी. चीन ने कहा था कि अगर अमेरिका चीनी सामानों पर टैरिफ बढ़ाता है, तो हम भी कदम उठाएंगे. चीनी मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से कहा, 'अमेरिका चीनी सामानों पर टैरिफ बढ़ाने जा रहा है, जो बेहद अफसोसजनक है. इसकी वजह से हमको भी मजबूरन अमेरिका के खिलाफ कदम उठाना पड़ेगा. अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर बढ़ने से न सिर्फ दोनों देशों के लोगों को नुकसान होगा, बल्कि दुनिया भर के लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.