किर्गिस्तान के बिश्केक में शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन समिट होने वाला है. इस पर चीन ने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि शिखर सम्मेलन में सुरक्षा और अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर बात की जाएगी. इसके साथ ही आंतकवाद का मुद्दा भी उठाया जाएगा लेकिन इसका मकसद किसी देश को निशाना बनाना नहीं है.
चीन के उप विदेश मंत्री झांग हानहुई ने कहा कि सुरक्षा और विकास दो प्रमुख मुद्दे होंगे. एससीओ की स्थापना किसी निश्चित देश पर निशाना साधने के लिए नहीं हुई है, लेकिन इस सम्मेलन में निश्चित रूप से अंतरराष्ट्रीय संबंध और क्षेत्रीय मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि इस सम्मेलन में पिछले साल के काम की समीक्षा होगी और इस साल के लिए योजना तैयार की जाएगी.
13-14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की शिखर बैठक होने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी पहुंचेंगे.
इस दौरान एससीओ से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग से मुलाकात करेंगे लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच कोई वार्ता नहीं होगी.
बता दें कि अटकलें थीं कि पीएम मोदी और इमरान खान की इस सम्मेलन में बैठक हो सकती है. लेकिन अब इन अटकलों को खारिज कर दिया गया है. ऐसे में फिलहाल दोनों देशों के बीच किसी भी तरह की बातचीत की संभावना नहीं है.