अफगानिस्तान में तालिबान ने अपनी सरकार बना ली है. वहां पर रोज आम अफगानों पर अत्याचार हो रहा है, महिलाओं को कई अधिकारों से वंचित किया जा रहा है. एक समावेशी सरकार वाला सपना भी पूरा नहीं किया गया है. लेकिन फिर भी तालिबानी सरकार के दोस्त सहयोग और मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं. अब चीन ने अफगानिस्तान में अपनी मदद की पहली किश्त पहुंचा दी है.
चीन ने की तालिबान की मदद
चीन की तरफ से आम अफगानों के लिए कंबल, जैकेट भिजवा दी गई हैं. कुल USD 31 million की मदद अभी तालिबानी सरकार की गई है. कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में चीन की तरफ से खाने की सप्लाई भी अफगानिस्तन की जाएगी. इस मदद के लिए हक्कानी नेटवर्क के नेता और तालिबान सरकार में मंत्री खलील उर रहमान ने चीन का शुक्रिया अदा किया गया है. बयान में बोला है कि चीन एक अच्छा पड़ोसी है और अफगानिस्तान का एक पुराना दोस्त. उम्मीद करते हैं चीन आगे भी हमारी मदद करता रहेगा. हक्कानी ने इस बात पर भी जोर दिया है कि अफगानिस्तान की तालिबानी सरकार अपने वादों को पूरा करेगी और एक समावेशी सरकार देगी.
मान्यता मिलने का इंतजार, मदद जारी
वहीं अफगानिस्तान के लिए चीन के राजदूत वैंग यू ने बताया है कि आने वाले समय में चीन की तरफ से अफगानिस्तान की और मदद की जाएगी. उनकी नजरों में चीन ने काफी कम समय में अफगानिस्तान को जरूरत का सामान दे दिया है. अब आगे खाने के पैकेट भी समय रहते पहुंचा दिए जाएंगे. वैसे यहां ये जानना जरूरी है कि चीन ने अभी तक तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है. बातचीत लगातार जारी है, सहयोग भी दिया जा रहा है, लेकिन मान्यता मिलना बाकी है.
अभी इस समय अफगानिस्तान मुद्दे पर चीन, रूस, पाकिस्तान और तजाकिस्तान लगातार संवाद स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं.चीन, पाकिस्तान और रूस के कुछ अधिकारी तो तालिबानी नेताओं से मुलाकात भी कर चुके हैं. रूस के विदेश मंत्री ने एक बयान जारी कर कहा था कि वर्तमान में बनी तालिबानी सरकार समावेशी नहीं है और अपने वादे पूरा करने के लिए उसे काफी कुछ करना होगा.