चीन ने भारत में साल 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले पर बड़ा बयान दिया है. चीन ने इस हमले को ‘अति कुख्यात’ हमलों में से एक बताया है. ‘आतंकवाद-उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई और शिनजियांग में मानवाधिकारों का संरक्षण’ शीर्षक नामक एक श्वेत पत्र में चीन ने यह बयान दिया है. बता दें कि मुंबई आतंकी हमले में 166 लोगों की मौत और 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
यह बयान ऐसे मौके पर आया है जब चीन ने हाल ही में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर को चौथी बार वैश्विक आतंकी घोषित होने से बचाया है. चीन के इस कदम को भारत ने निराशाजनक बताया है. आतंकी अजहर भारत में उरी, पठानकोट और पुलवामा हमले के लिए गुनहगार है. जैश-ए-मोहम्मद ने 14 फरवरी को पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे.
आतंकवाद पर चीन का बयान
अपने अशांत शिनजियांग प्रांत में उग्रवादियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के बारे में निकाले ‘श्वेत पत्र’ में चीन ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक स्तर पर आतंकवाद-उग्रवाद के फैलाव से मानवता को पीड़ा पहुंची है. दुनियाभर में आतंकवाद-उग्रवाद ने शांति और विकास को गहरा खतरा उत्पन्न किया है और लोगों के जीवन और उनकी संपत्ति को हानि पहुंचाई है. इस श्वेत पत्र में मुंबई के आतंकी हमले को ‘अति कुख्यात’ आतंकी हमलों में से एक बताया गया है. चीन के विदेश परिषद सूचना कार्यालय इस पत्र को जारी किया.
यह पत्र ऐसे समय में निकाला गया जबकि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन की यात्रा पर आए हुए हैं.
मुंबई आतंकी हमला, 166 लोग मारे गए
मुंबई में 26 नवंबर 2008 में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 हथियारबंद आतंकियों ने भीषण हमला किया था. इस हमले में अमेरिकी नागरिकों सहित 166 लोगों की जान गई थी और 300 से अधिक लोग घायल हो गए. इनमें 9 हमलावर पुलिस के हाथों मारे गए जबकि एक अन्य आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ लिया था. उस पर बाद में मुकदमा चला और अदालत ने उसे मृत्युदंड दिया. मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड जमात-उद-दावा का प्रमुख हाफिज सईद पाकिस्तान में खुले आम घूम रहा है. अमेरिका ने हाफिज सईद को पकड़वाने वाले व्यक्ति को एक करोड़ डॉलर के इनाम की घोषणा कर रखी है.