तिब्बत और नेपाल के बीच हाई-स्पीड रेल लिंक बनाने के लिए चीन माउंट एवरेस्ट के नीचे सुरंग बनाने की तैयारी में है. खबरों के मुताबिक 2020 तक चीन की यह
परियोजना पूरी हो जाएगी.विशेषज्ञों की मानें तो इस योजना का असर नेपाल में बड़े पैमाने पर फैले भारतीय बाजार पर पड़ सकता है.
चीन पहले ही किंगहाई-लहासा रेलवे परियोजना से चीन और तिब्बत को जोड़ चुका है. पिछले साल अगस्त तक चीन ने ल्हासा लाइन को तिब्बत के दूसरे सबसे बड़े शहर शिगाजे तक बढ़ा लिया था. 253 किलोमीटर लंबी ये लाइन नेपाल सीमा के नजदीक है. अब इस परिजोजना को चीन नेपाल तक बढ़ना चाहता है.
चीनी अखबार के मुताबिक दिसंबर 2014 को काठमांडू में चीन के विदेश मंत्री की यात्रा के दौरान इस परियोजना पर बात हुई थी. अगर यह प्रस्ताव हकीकत बन जाता है तो दोनों देशों के बीच व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
मिली जानकारी के मुताबिक तिब्बत-नेपाल रेल लिंक कोमोलांगमा से होकर गुजरेगा और इसकी स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी.