चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने घोषणा की कि वह दशकों पुरानी एक बच्चे की नीति में ढील देगी और व्यापक सामाजिक सुधारों की पहल के तहत खतरनाक श्रम शिविर प्रणाली खत्म करेगी.
चीन के राष्ट्रपति और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के महासचिव शी चिनफिंग की अध्यक्षता में हाल ही में हुई पूर्ण बैठक में तीन दशक पुरानी एक बच्चे की नीति में बदलाव को मंजूरी दी गई. इस तरह से यदि माता-पिता में से एक व्यक्ति अपने मां-बाप की इकलौती औलाद है तो दंपति को दो बच्चे पैदा करने की अनुमति होगी.
नए नियमन के तहत करोड़ों ऐसी दंपत्तियों को दो बच्चे पैदा करने की आजादी होगी जो 70 के दशक से सख्ती से लागू परिवार नियोजन नीति के तहत जन्मे हैं और उनका कोई सगा भाई-बहन नहीं है.
नई नीति का उद्देश्य एक बच्चे की नीति की वजह से तेजी से बूढ़ी हो रही चीनी आबादी की समस्या से पार पाना है.
पिछले साल की आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में करीब 18.5 करोड़ लोगों की उम्र 60 से अधिक है जो आबादी का 13.7 प्रतिशत है. वर्ष 2015 में यह संख्या बढ़कर 22.1 करोड़ पर पहुंचने की संभावना है.