अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को अपने अमेरिकी मूल्यों के लिए चीन को खतरा बताया था. इसके बाद चीन ने अमेरिका को 'शीत युद्ध की पुरानी मानसिकता' वाला बताया और उसकी आलोचना की. साथ ही चीन ने अमेरिका को शीत युद्ध की मानसिकता से बाहर निकलने की सलाह भी दे डाली. ट्रंप ने संघ को संबोधित करते हुए चीन को अमेरिकी मूल्यों के लिए खतरा बताया था.
चीनी प्रवक्ता का कड़ा रुख
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुन यींग ने अमेरिका की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि हम आशा करते हैं कि अमेरिकी पक्ष पुरानी शीत युद्ध मानसिकता को चीन के साथ साझा लक्ष्य के लिए काम करने के लिए छोड़ सकता है ताकि हमारे मतभेदों को ठीक किया जा सके और चीन-अमेरिकी संबंधों को सतत विकास के रूप में कायम रखा जा सके.
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बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों में अमेरिकी अधिकारियों ने एक रणनीति तैयार की है जो रूस और चीन जैसे देशों के साथ नई महान प्रतियोगिता की कल्पना करती है. कांग्रेस और देश को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि हमारे हितों, हमारी अर्थव्यवस्था तथा हमारे मूल्यों को चुनौती देने के लिए मास्को और बीजिंग हमारे लिए खतरा हैं.
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दूसरी ओर, बीजिंग में बुधवार को चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने कहा, "अमेरिका और चीन के समान हित 'हमारे मतभेदों और असहमति से अधिक' हैं."
कुछ समय पहले चीन के प्रधानमंत्री केकियांग ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे से मुलाकात की थी. मुलाकात के बाद ली ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ एक स्थिर संबंध 'पूरे विश्व के हित में भी है'. केकियांग ने आगे कहा कि चीन को आशा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका हमारे साथ काम करेगा और सकारात्मक संबंधों में इस रिश्ते को जारी रखेगा.