चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अगले साल भारत में वुहान जैसी अनौपचारिक वार्ता के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है. विदेश सचिव विजय गोखले ने यह जानकारी दी.
डोकलाम गतिरोध के बाद दोनों देशों की सीमा सुरक्षा बलों के बीच बेहतर समन्वय और विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों में मजबूती लाने के लिए 27-28 अप्रैल को पीएम मोदी अपने पहले अनौपचारिक दौरे पर चीन के वुहान शहर गए थे.
One of the important outcomes of today's meeting was the Chinese side conveyed that they accepted PM's invitation to President Xi Jinping to have a similar informal summit in India in 2019: Vijay Gokhale, Foreign Secretary pic.twitter.com/CdwKCMeMZi
— ANI (@ANI) June 9, 2018
वहां पर दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक वार्ता हुई थी. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति शी के साथ द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की थी.
गोखले ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच आज की बैठक का एक महत्वपूर्ण परिणाम यह रहा कि चीनी पक्ष ने बताया कि उन्होंने 2019 में भारत में एक अन्य अनौपचारिक वार्ता के लिए राष्ट्रपति शी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यौते को स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा कि अनौपचारिक बैठक की तारीख फिलहाल तय नहीं है.
मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सालाना सम्मेलन में शामिल होने के लिए दो दिवसीय दौरे पर चीन के शानडोंग प्रांत के इस तटीय शहर चिंगदाओ पहुंचे हुए हैं. वहां उन्होंने SCO समिट से इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता की.
इस द्विपक्षीय वार्ता में दोनों नेताओं ने करीब एक महीने पहले वुहान में हुई पहली अनौपचारिक बैठक में लिए गए निर्णयों के क्रियान्वयन पर चर्चा की. पिछले चार साल में यह दोनों नेताओं की 14वीं मुलाकात है.
इस दौरान पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मौजूदगी में दोनों देशों के बीच बाढ़ के आंकड़े उपलब्ध कराने और चावल के निर्यात के नियम सरल बनाने को लेकर समझौतों पर दस्तखत हुए.
पहले समझौते में भारतीय राजदूत गौतम बंबावाले और चीनी उप विदेश मंत्री कोंग शौनयू ने हस्ताक्षर किए. इसके बाद दूसरे समझौते में गौतम बंबावाले और चीनी के मंत्री नी यूफेंग ने दस्तखत किए.