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यूक्रेन की बेबसी पर हंस रहे चीनी, महिलाओं को लेकर भी किए गंदे मैसेज

रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को लेकर चीन के सोशल मीडिया पर बड़ी बहस छिड़ी हुई है. यूक्रेन के हालातों पर कुछ इंटरनेट यूजर्स ने सहानुभूति दिखाई है तो कुछ ऐसे भी हैं जो इन बदतर हालातों में चटकारे लेने का कोई मौका नहीं गंवा रहे. ये लोग रूस के आक्रामक रवैये का गुणगान कर रहे हैं.

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यूक्रेन की बदहाली का चीन में उड़ रहा मजाक, इंटरनेट पर लोग कर रहे भद्दे कमेंट्स (Photo: Reuters)
यूक्रेन की बदहाली का चीन में उड़ रहा मजाक, इंटरनेट पर लोग कर रहे भद्दे कमेंट्स (Photo: Reuters)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूक्रेन के मुश्किल हालातों में चीन ले रहा चटकारे
  • यूक्रेन में रहने वाले चीनी लोगों की बढ़ी मुश्किल

यूक्रेन पर रूस के हमले से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है. इसी बीच चीनी अधिकारियों ने यूक्रेन पर रूस के हमले को लेकर सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की टिप्पणी में सावधानी बरतने की सलाह दी है. दरअसल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर यूक्रेन के नागरिकों की भावनाओं को आहत करने वाले कमेंट्स लगातार देखे जा रहे हैं.

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इस हमले को लेकर चीन में सोशल मीडिया पर बड़ी बहस छिड़ी हुई है. यूक्रेन के हालात पर कुछ इंटरनेट यूजर्स ने सहानुभूति दिखाई तो कुछ ऐसे भी हैं जो युद्ध की परिस्थिति में भी मजे लेने का कोई मौका नहीं गंवा रहे. ये लोग रूस के आक्रामक रवैये का गुणगान कर रहे हैं. कई यूजर्स ने देश छोड़कर भागने वाली महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा का समर्थन करते हुए कहा कि वे खुशी से उनकी देखभाल करेंगे.

बीजिंग में रहने वाली चेन जिंगजिंग का कहना है कि ऐसा 'मजाक' करने वालों से वह खुलकर बहस करती हैं. यह मजाक बहुत भद्दा है. यहां युद्ध में घिरी महिलाओं के साथ एक इंसान के बजाय किसी सेक्सुअल रिसोर्सेस की तरह व्यवहार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मैं इसे किसी शर्त पर स्वीकार नहीं कर सकती हूं.

चेन ने बताया कि उन्होंने और कुछ दूसरे लोगों ने एक ग्रुप चैट पर भी लोगों से ऐसा मजाक ना करने को कहा था. साथ ही उन्हें महिलाओं का सम्मान करने और युद्ध में फंसे लोगों का मजाक ना बनाने का आग्रह किया था. तबसे वीबो, टिकटॉक की तरह दिखने वाले डॉयिन और वीचैट जैसे तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भड़काऊ कंटेंट परोसने वाले कई अकाउंट्स सस्पेंड भी किए गए हैं. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं पर चर्चा करते हुए साफ-सुथरा और सही वातावरण बनाए रखने की अपील कई गई है.

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इस कड़ी में रविवार को न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने इंटरनेट यूजर्स से इस मामले में सही ढंग से बातचीत करने का आग्रह किया. साथ ही उन तमाम यूजर्स की भी आलोचना की है जो गैर-व्यावहारिक ढंग से अपनी बात रख रहे हैं. रविवार को वीचैट पर यूक्रेन में चीनी दूतावास ने भी लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया. चीनी दूतावास ने कहा, 'यूक्रेन इस वक्त बड़े मुश्किल दौर से गुजर रहा है. हमें उनका दुख समझने की जरूरत है, ना कि उन्हें उकसाने की.'

दूतावास की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि यूक्रेन के लोगों के साथ चीन के अच्छे संबंध होने चाहिए. किसी विशेष मुद्दे पर टकराने की बजाए दोस्ताना ढंग से समस्या का हल ढूंढने का प्रयास किया जाना चाहिए. ऑनलाइन कमेंट्स और रूसी सेना के हमले पर चीन की प्रतिक्रिया ने यूक्रेन में रहने वाले चीनी नागरिकों की समस्याएं बढ़ा दी हैं. यूक्रेन की राजधानी वीव में पढ़ाई कर रही एक चीनी छात्रा ने बताया कि उसे डर है कि अब यूक्रेन के लोगों में चीन के लिए विरोध की भावना उत्पन्न हो सकती है, जिन्होंने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर चीनी लोगों के कमेंट्स देखे थे.

छात्रा ने कहा, 'इस घटना के बाद मैं घर जाने से भी डरने लगी हूं. मुझे डर है कि अब वो मुझे शरण नहीं देंगे.' छात्रा ने बताया कि वो घर पर ही पढ़ाई कर रही थी और कर्फ्यू का पालन कर रही थी. चाइना न्यूज वीकली के मुताबिक, ऐसे भी कई स्टूडेंट्स हैं जो अपने ही यूक्रेनियन दोस्तों की आलोचनाओं का शिकार हुए हैं और स्थानीय लोगों के साथ उनका संपर्क बहुत कम हो गया है.

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कीव में पढ़ाई करने वाली एक छात्रा ने कहा कि वह जिस शहर में सात साल तक रही, वहां बम धमाकों से हो रही तबाही को देखकर दुखी है. इस दौरान उसने शहर के नक्शे पर दर्जनों जगहों को स्टार्स और हार्ट से चिह्नित किया. ये सभी जगहें कुछ रेस्टोरेंट, एग्जीबिशन, कॉफी शॉप और बुक स्टोर्स थे जो अब युद्ध का मैदान बन गए हैं.

 

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