चीन के रक्षा मंत्री वे फेंग ने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से शुक्रवार को मिलने की इच्छा जताई है. फेंग और राजनाथ सिंह फिलहाल मॉस्को में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में मौजूद हैं. इससे पहले गुरुवार को राजनाथ सिंह की मुलाकात रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगु के साथ हुई. राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर बताया कि रूसी समकक्ष के साथ उनकी मुलाकात शानदार रही.
चीनी रक्षा ने राजनाथ सिंह से मिलने की इच्छा तब जताई है जब भारत और चीन की फौज पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर एक-दूसरे के समक्ष डटी हुई है. दोनों देश बातचीत के माध्यम से तनाव का हल निकालना चाहते हैं और इसके लिए कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है. उधर मॉस्को में एससीओ की बैठक में राजनाथ सिंह मौजूद हैं तो दूसरी ओर 10 सितंबर को विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी मॉस्को पहुंचने वाले हैं. जयशंकर एससीओ में विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगे.
बता दें, चीनी रक्षा मंत्री वे फेंग चीन के सेंट्रल मिलिटरी कमीशन के चार सदस्यों में एक हैं जिनका पद काफी अहम होता है. इस कमीशन की अध्यक्षता राष्ट्रपति शी जिनपिंग करते हैं जबकि इसके बाकी सदस्यों में शु किलियांग और झांग यूक्जिया के नाम शामिल हैं. एससीओ में रक्षा मंत्रियों की बैठक का मकसद आतंकवाद जैसे मुद्दे से निपटने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाना है. एससीओ में भारत, चीन, रूस, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे सदस्य देश शामिल हैं.
पूर्वी लद्दाख में मई महीने से भारत और चीन की सेना एक दूसरे के आमने-सामने है. इस घटनाक्रम के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का यह दूसरा रूस दौरा है. गुरुवार को उनकी मुलाकात रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगु के साथ हुई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूसी मंत्री के साथ द्विपक्षीय मुलाकात के बाद ट्वीट कर कहा कि रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगु के साथ शानदार मुलाकात हुई. हमने कई मुद्दों पर आपस में बात की, खासकर दोनों देशों के बीच रक्षा और रणनीतिक सहयोग को कैसे मजबूत किया जाए, इस पर चर्चा हुई. दूसरी ओर एससीओ में पाकिस्तानी रक्षा मंत्री परवेज खटक भी मौजूद हैं. हालांकि रूस ने भारत से साफ कर दिया है कि आगे वह कोई हथियार पाकिस्तान को सप्लाई नहीं करेगा.